राजघाट परिसर में बनेगी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की समाधि, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
नई दिल्ली, 7 जनवरी। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत एनडीए सरकार ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने के लिए ‘राष्ट्रीय स्मृति’ परिसर के भीतर एक तय जगह को मंजूरी दे दी है। ‘राष्ट्रीय स्मृति’ परिसर राजघाट परिसर का ही एक हिस्सा है। प्रणब मुखर्जी का निधन 31 अगस्त, 2020 को हुआ था।
प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने पीएम मोदी का जताया आभार
प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मंगलवार को एक X पोस्ट में यह जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात की और बाबा के लिए स्मारक बनाने के उनके सरकार के फैसले के लिए तहे दिल से आभार जताया। यह इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है कि हमने इसके लिए नहीं कहा था। प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित, लेकिन वास्तव में दयालु कदम से मैं बेहद प्रभावित हूं।’
Called on Hon’ble PM @narendramodi ji to express thanks & gratitude from core of my heart 4 his govts’ decision 2 create a memorial 4 baba. It’s more cherished considering that we didn’t ask for it. Immensely touched by this unexpected but truly gracious gesture by PM🙏 1/2 pic.twitter.com/IRHON7r5Tk
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) January 7, 2025
‘इस अप्रत्याशित, लेकिन वास्तव में दयालु कदम से मैं बेहद प्रभावित हूं‘
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, ‘बाबा कहा करते थे कि राजकीय सम्मान मांगा नहीं जाना चाहिए बल्कि दिया जाना चाहिए। मैं बहुत आभारी हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने बाबाओं की स्मृति का सम्मान करने के लिए ऐसा किया। इससे बाबा पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह अब कहां हैं – प्रशंसा या आलोचना से परे। लेकिन उनकी बेटी होने के नाते मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकती।’
शर्मिष्ठा बीते दिनों कांग्रेस पर भड़क उठी थीं
इससे पहले शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उस प्रस्ताव की आलोचना की थी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक अलग स्मारक बनाने के मांग की गई थी। खरगे ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर ये मांग की थी। डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसम्बर 2024 को दिल्ली के AIIMS में निधन हो गया था। वह 92 वर्ष के थे।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने X पर एक पोस्ट में दावा किया था कि जब अगस्त, 2020 में उनके पिता और पूर्व भारतीय राष्ट्रपति का निधन हुआ, तो कांग्रेस नेतृत्व ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की ओर से शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर उस दौरान इस मुद्दे पर उन्हें गुमराह करने का भी आरोप लगाया था।