पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ 4 वर्ष बाद स्वदेश लौटे, लाहौर में करेंगे बड़ी रैली
इस्लामाबाद, 21 अक्टूबर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चार वर्षों के लंबे अंतराल बाद स्वदेश लौट आए हैं। वह पिछले इस दौरान ब्रिटेन में रह रहे थे। हल्के नीले रंग का कुर्ता-पायजामा, मैरून मफलर और काला कोट पहने 73 वर्षीय नवाज शरीफ ने ‘उम्मीद-ए-पाकिस्तान’ चार्टर्ड विमान से दुबई से इस्लामाबाद के लिए दोपहर डेढ़ बजे उड़ान भरी थी। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सुप्रीमो के आगमन पर उनकी कानूनी टीम ने उनसे मुलाकात की। इस्लामाबाद में करीब एक घंटा रुकने के बाद नवाज शरीफ लाहौर रवाना हो गए, जहां मीनार-ए-पाकिस्तान में एक रैली को संबोधित करेंगे।
दुबई एय़रपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी पार्टी नकदी संकट से जूझ रहे देश को मौजूदा संकट से बाहर निकालने में सक्षम है। शरीफ ने कहा, ‘मैं आज 4 साल बाद पाकिस्तान वापस जा रहा हूं। जब मैं पाकिस्तान छोड़कर विदेश जा रहा था तो मुझे खुशी का कोई एहसास नहीं था लेकिन आज मैं खुश हूं।’
उन्होंने कहा, ‘बहुत अच्छा होता, यदि देश की स्थिति 2017 की तुलना में आज बेहतर होती। देश की स्थिति देखकर मैं बहुत चिंतित और निराश हो जाता हूं। जिस देश को आगे बढ़ना था, वह अब आर्थिक और एकता की दृष्टि से पीछे जा रहा है।’
नवाज शरीफ की पार्टी उनकी घर वापसी को पाकिस्तान के लिए एक नई उम्मीद के तौर पर देख रही है। जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं को बुलावा नहीं दिया गया था, लेकिन दर्जनों समर्थक इस्लामाबाद एयरपोर्ट पर पहुंच गए। एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनका बायोमेट्रिक्स भी लिया। पीएमएल-एन सुप्रीमो की कानूनी टीम में पूर्व कानून मंत्री आजम तरार भी शामिल हैं।
अतीत में अपने साथ हुए व्यवहार पर अफसोस जताते हुए नवाज शरीफ ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति हैं, जो 150 अदालती सुनवाइयों से गुजर चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि मेरी बेटी भी। उसे क्लीन चिट भी मिल गई। उसे यह मिलना ही था क्योंकि मेरी सरकार के दौरान उसके पास कोई पद नहीं था।’
उन्होंने कहा, ‘फर्जी मामले सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री और उनके भाई शहबाज शरीफ सहित उनके परिवार के खिलाफ ही नहीं, बल्कि पूर्व आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह खान और पीएमएल-एन नेता हनीफ अब्बासी के खिलाफ भी दर्ज किए गए थे। मैंने ब्रिटेन जाने से पहले भी कहा था कि मैं सब कुछ अल्लाह पर छोड़ता हूं और मैं अब भी सब कुछ अल्लाह पर ही छोड़ रहा हूं।’