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यूक्रेन युद्ध में एक और मौत पर भड़का विदेश मंत्रालय, रूसी सेना में फंसे भारतीयों की जल्द रिहाई की मांग

यूक्रेन युद्ध में एक और मौत पर भड़का विदेश मंत्रालय, रूसी सेना में फंसे भारतीयों की जल्द रिहाई की मांग

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नई दिल्ली, 14 जनवरी। रूस व यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में एक और भारतीय नागरिक की मौत के बाद भारत ने नाराजगी जाहिर की है। इस क्रम में विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को रूस से मांग करते हुए कहा कि वह रूसी सेना में सेवा दे रहे सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत रिहा करे। उल्लेखनीय है कि इस युद्ध में अब तक 10 भारतीयों की जान जा चुकी है।

एक और घायल भारतीय नागरिक का मॉस्को में इलाज चल रहा

विदेश मंत्रालय ने बताया कि केरल के एक भारतीय नागरिक बिनिल बाबू (31) युद्ध में मारे गए। वह त्रिशूर जिले के कुट्टनेलूर के निवासी थे। इसी राज्य का एक और नागरिक घायल हुआ है, जो वर्तमान में मॉस्को के एक अस्पताल में इलाज करा रहा है। मंत्रालय ने मृतक की परिस्थितियों की विस्तृत जानकारी नहीं दी।

अपने नागरिकों की रिहाई की पहले भी मांग कर चुका है भारत

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने रूस के सैन्य दस्तों में सहायक स्टाफ, जैसे रसोइयों और सहायकों के रूप में कार्यरत भारतीय नागरिकों की रिहाई को लेकर पहले भी मांग की है। यह मुद्दा पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ दो बैठकों में उठाया गया था।

मृतक के पार्थिव शरीर को भारत लाने की प्रक्रिया जारी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने केरल के एक भारतीय नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में जानकारी प्राप्त की है, जिसे कथित तौर पर रूसी सेना में भर्ती किया गया था। एक अन्य नागरिक घायल हुआ है और उसका मॉस्को के अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले को मॉस्को में रूसी अधिकारियों और नई दिल्ली में रूसी दूतावास के समक्ष सख्ती से उठाया गया है।’ उन्होंने कहा कि मृतक के पार्थिव शरीर को भारत लाने की प्रक्रिया जारी है और घायल व्यक्ति की जल्द रिहाई और स्वदेश वापसी के लिए रूस से आग्रह किया गया है।

रूसी सेना में भर्ती के मुद्दे पर जांच जारी

भारत ने यह भी दावा किया है कि कई भारतीय नागरिकों को धोखाधड़ी से या गलत तरीके से भर्ती एजेंटों द्वारा रूसी सेना में शामिल कराया गया। इस संबंध में पिछले वर्ष केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 19 व्यक्तियों और एजेंसियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कई गिरफ्तारियां की थीं। रूसी दूतावास ने पिछले साल जानकारी दी थी कि भारतीय नागरिकों की भर्ती अप्रैल, 2024 के बाद रोक दी गई है और वर्तमान में उनकी जल्द रिहाई सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

रूसी सेना ने पिछले वर्ष 85 भारतीय नागरिकों को मुक्त किया था

पिछले वर्ष अक्टूबर में भारतीय अधिकारियों ने बताया था कि कुल 85 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना से मुक्त कर दिया गया है और बाकी 20 नागरिकों की रिहाई की प्रक्रिया चल रही है। विदेश मंत्रालय ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास उन परिवारों के संपर्क में है, जिनके सदस्य रूसी सेना में कार्यरत हैं। दूतावास ने इन परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।

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