विपक्षी गठबंधन INDIA की समन्वय समिति की बुधवार को पहली बैठक, एजेंडे में सीटों के तालमेल और चुनाव अभियान कार्यक्रम शामिल
नई दिल्ली, 12 सितम्बर। अगले सप्ताह प्रस्तावित संसद के विशेष सत्र से पहले सनातन धर्म को लेकर छिड़े विवाद के बीच विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) की 14 सदस्यीय समन्वय समिति की बुधवार को पहली बैठक यहां आहूत की गई है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक के एजेंडे में आगे की रणनीति, सीटों के तालमेल, चुनाव अभियान कार्यक्रम और जनसभाओं पर चर्चा शामिल है। समन्वय समिति की यह बैठक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार के नई दिल्ली स्थित आवास पर होगी। ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए इस समन्वय समिति का गठन किया गया था।
दरअसल, विपक्षी गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में समन्वय समिति का गठन किया गया है। शरद पवार और बनर्जी के अलावा, समन्वय समिति में कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, टीआर बालू (द्रमुक), हेमंत सोरेन (झामुमो), संजय राउत (शिवसेना-यूबीटी), तेजस्वी यादव (राजद), राघव चड्ढा (आप), जावेद अली खान (सपा), ललन सिंह (जदयू), डी राजा (भाकपा), उमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) और माकपा के एक नेता शामिल हैं।
टीएमसी सांसद को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया
हालांकि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद अभिषेक बनर्जी संभवतः बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। फिलहाल टीएमसी ने बैठक में कोई प्रतिनिधि नहीं भेजने का फैसला किया है। ईडी पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में स्कूल स्टाफ की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं में “मनी लॉन्ड्रिंग एंगल” की जांच कर रही है। केंद्रीय एजेंसी पशु तस्करी मामले और कथित कोयला चोरी घोटाले की भी जांच कर रही है। टीएमसी उम्मीद कर रही है कि इंडिया दलों के नेता मंच पर अभिषेक की अनुपस्थिति पर ध्यान देंगे और उन्हें जारी किए गए समन के खिलाफ बोलेंगे।
सनातन धर्म मुद्दे को लेकर भाजपा हमलावर
इस बीच भाजपा सनातन धर्म के मुद्दे को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन पर हमलावर है। भाजपा ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन पर वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को निशाना बनाने का छिपा हुआ ‘एजेंडा’ चलाने का आरोप लगाया।
हालांकि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता व समन्वय समिति के सदस्य राघव चड्ढा ने सनातन धर्म पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी की मंगलवार को निंदा की, साथ ही यह भी कहा कि किसी भी पार्टी के कुछ ‘छोटे’ नेताओं द्वारा दिए गए बयानों को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का आधिकारिक रुख नहीं माना जा सकता है।
उपचुनावों के परिणमों पर भी होगी चर्चा
हाल में छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर संपन्न उपचुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों ने चार सीटें जीतीं जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने तीन सीटों पर सफलता हासिल की। उन नतीजों का जिक्र करते हुए चड्ढा ने कहा, ‘‘जब भी ‘इंडिया’ गठबंधन और राजग के बीच लड़ाई होगी, ‘इंडिया’ ही जीतेगा। ऐसा 2024 में भी होगा।’
उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा ने देश का नाम बदल दिया है। यह ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रति उसके डर को दर्शाता है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि यह देश और इसका नाम उनकी पुश्तैनी विरासत नहीं बल्कि ये देश 135 करोड़ लोगों का है। इससे साबित होता है कि भाजपा को ‘इंडिया’ या भारत से नहीं बल्कि सिर्फ सत्ता से प्यार है।’’