नई दिल्ली, 26 सितम्बर। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 10 माह से आंदोलनरत किसानों के शीर्ष संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में 40 किसान संगठनों ने सोमवार, 27 सितम्बर को भारत बंद का आह्वान किया है। मोर्चा की अपील पर कई विपक्षी दलों ने सुबह छह बजे से अपराह्न चार बजे तक प्रस्तावित इस बंद को समर्थन देने की घोषणा की है।
कांग्रेस, माकपा, राकांपा और तृणमूल कांग्रेस सरीखे विपक्षी दलों ने बंद के समर्थन का एलान कर सरकार की राजनीतिक घेरेबंदी बढ़ाने की मंशा साफ कर दी है,जो अब तक किसान संगठनों को नैतिक समर्थन दे रहे थे। विपक्षी खेमे के कई दलों ने तो इस बंद के समर्थन में सड़क पर उतरने की भी घोषणा कर दी है।
भारत बंद से किसान आंदोलन और मजबूत होगा : एसकेएम
गौरतलब है कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन पिछले वर्ष 26 सितम्बर से ही शुरू हुआ है, जिसके आज 10 महीने पूरे हो गए। एसकेएम का कहना है कि भारत बंद से उनका आंदोलन और मजबूत होगा। इस क्रम में किसान संगठनों द्वारा किसानों के समर्थन और एकजुटता के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में समाज के विभिन्न वर्गों से संपर्क किया जा रहा है, जो भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक आंदोलन से साथ जुड़े हैं।
विपक्ष शासित राज्यों में पड़ सकता है बंद का ज्यादा असर
भारत बंद का विपक्ष शासित राज्यों में ज्यादा असर पड़ सकता है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के अलावा माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी खुलकर इस बंद में किसान संगठनों के साथ शामिल होने की घोषणा पहले ही कर दी है। बिहार में राजद के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव ने बंद के दौरान तीनों कृषि कानून रद कराने के लिए सड़क पर उतरने की घोषणा की है। आंध्र प्रदेश में तेदेपा, दिल्ली में आम आदमी पार्टी, कर्नाटक में जेडीएस, तमिलनाडु में सत्ताधारी द्रमुक जैसे दलों ने भी बंद का समर्थन करने का एलान करते हुए केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
कई संगठनों ने भी किया है बंद के समर्थन का एलान
एसकेएम ने कहा कि भारत बंद की योजना के लिए श्रमिक संघों, ट्रेड यूनियनों, कर्मचारियों और छात्र संघों, महिला संगठनों और ट्रांसपोर्टरों के संघों को शामिल किया जा रहा है। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी) ने भी ‘भारत बंद’ को अपना समर्थन दिया है। संभावना है कि देश में कई बैंकों में 27 सितम्बर को काम नहीं होगा।
हरियाणा में जोरदार बंदी की तैयारी
एसकेएम के अनुसार हरियाणा में सोमवार को सभी राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों को 10 घंटे तक ब्लॉक किया जाएगा। किसानों ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार के सभी दफ्तर और संस्थाएं भी बंद रहेंगे। मार्केट, दुकान, मॉल, उद्योग भी बंद रहेंगे। स्कूल, कालेज, यूनिवर्सिटी और अन्य शिक्षण संस्थानों भी बंद कराए जा सकते हैं।
किसानों का दावा है कि किसी भी तरह का सरकारी या गैर सरकारी सार्वजनिक कार्यक्रम भी नहीं करने दिए जाएंगे। हालांकि अस्पताल, दवा की दुकान, एंबुलेंस समेत अन्य मेडिकल से जुड़ी सारी सेवाएं खुली रहेंगी। एसकेएम ने इस आंदोलन में किसी भी तरह की हिंसा और तोड़फोड़ न करने की भी अपील की है।