चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के दौरान बोले NSA अजित डोभाल – सुधर रहे भारत और चीन के रिश्ते
नई दिल्ली, 19 अगस्त। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों के बीच भारत और चीन के द्विपक्षीय रिश्ते सुधरते नजर आ रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने मंगलवार को कहा कि दोनों मुल्कों के रिश्तों में सुधार हुआ है। वर्ष 2020 में गलवान घाटी में हुई सैनिकों में झड़प के बाद चीन और भारत के रिश्ते तल्ख हो गए थे। इसका असर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भी देखा गया था।
‘नए माहौल ने हमें अलग-अलग क्षेत्रों में आगे बढ़ने का मौका दिया’
भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए चीनी विदेश मंत्री वांग यी से चर्चा के दौरान डोभाल ने कहा, ‘…रुझान अच्छा रहा है। सीमाएं शांत हैं। शांति और सद्भावना बनी हुई है। हमारे द्विपक्षीय संबंध भी और मजबूत हुए हैं। और हम सबसे ज्यादा आभारी हमारे नेताओं के लिए हैं, जो बीते अक्टूबर में कजान में मिले थे। वह नया चलन लाने में सफल रहे और हमें इसका काफी लाभ हुआ है। नए माहौल ने हमें अलग-अलग क्षेत्रों में आगे बढ़ने का मौका दिया है।’
वांग बोले – रणनीतिक बातचीत के जरिए साझा भरोसा बढ़ाया जाए
वहीं वांग यी ने कहा, ‘हम दोनों पक्षों को हमारे नेताओं के रणनीतिक मार्गदर्शन का पालन करना चाहिए। रणनीतिक बातचीत के जरिए साझा भरोसा बढ़ाया जाए। सहयोग के जरिए साझा हितों में विस्तार किया जाए और सीमा से जुड़े मुद्दों का खासतौर से समाधान किया जाए, ताकि हम अच्छे तरीके से अपने संबंध में आगे बढ़ सकें। अभी एक छोटी मीटिंग में ही हमने विस्तार से बात की। बड़ी बैठक में मैं और आम सहमति बनाने और दिशा तय करने के लिए आपके साथ काम करने के लिए तैयार हूं…।’
उन्होंने कहा, ‘सीमा से जुड़े सवालों को लेकर मैं दिल्ली में इस नए दौर की बैठक के लिए मिलकर खुश हूं। बीते कुछ सालों में जो झटके हमें लगे हैं, वो दोनों देशों के लोगों के हित में नहीं थे। गत वर्ष अक्टूबर में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी ने कजान में अहम बैठक की। बैठक में हमारे द्विपक्षीय संबंधों के विकास पर जोर दिया गया और सीमा से जुड़े मुद्दे के समाधान पर बात की गई।’
टैरिफ वॉर के बीच बड़ी बैठक
खास बात है कि भारत और चीन के बीच यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के खिलाफ टैरिफ युद्ध छेड़ रखा है। ट्रंप पहले ही भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा चुके हैं। वहीं, चीन पर अमेरिका ने 30 प्रतिशत शुल्क लगाया है। खास बात है कि ट्रंप रूसी तेल की खरीदी के चलते भारत को निशाना बना रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि वांग यी ने अपने भारत दौरे के पहले दिन सोमवार को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की थी और आज स्वदेश वापसी से पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी भेंट करेंगे।
