अमेरिकी टैरिफ से भड़का ड्रैगन, बोला – ‘भारत की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता’
बीजिंग, 7 अगस्त। रूस से तेल आयात को लेकर नाराजगी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा से भारत के अलावा, चीन-ब्राजील समेत दुनियाभर के कई देश नाराज हैं। वहीं ट्रंप के इस टैरिफ अटैक से ड्रैगन भड़क उठा है और चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के साथ-साथ भारत में चीनी राजदूत की प्रवक्ता ने भी अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब दिया है। चीन ने साफ किया कि अमेरिका टैरिफ का दुरुपयोग करता रहा है, जिसका चीन ने लगातार विरोध किया है। वहीं, चीनी राजदूत की प्रवक्ता ने कहा है कि भारत की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
टैरिफ के दुरुपयोग के प्रति चीन का विरोध निरंतर और स्पष्ट
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन से जब यह सवाल किया गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल की खरीद पर भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने के एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, इस पर गुओ ने जवाब दिया, ‘टैरिफ के दुरुपयोग के प्रति चीन का विरोध निरंतर और स्पष्ट है।’ चीन के इस बयान से साफ है कि वह इस मुद्दे पर भारत के साथ और ट्रंप के हालिया टैरिफ दबावों के खिलाफ है।
चीन-अमेरिका के बीच भी टैरिफ विवाद लंबे समय से चल रहा
उल्लेखनीय है कि चीन और अमेरिका के बीच भी टैरिफ विवाद लंबे समय से चल रहा है। दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कई बार बयानबाजी कर चुके हैं। शुरुआत में ट्रंप ने चीन पर टैरिफ को बढ़ाते-बढ़ाते 254 फीसदी तक कर दिया था और चीन ने भी 125 फीसदी तक शुल्क बढ़ा दिए थे, लेकिन बाद में इसे कम किया गया। हालांकि, दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर अब भी बातचीत जारी है।
‘थोड़ी सी भी ढील दे दो तो वे सिर पर बैठने लगते हैं’
इससे पहले भारत में चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने भी ट्रंप पर टैरिफ को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, ‘गिव एन इंच टू बुली, ही विल टेक ए माइल (धौंस जमाने वाले को थोड़ी सी भी ढील दे दो तो वे सिर पर बैठने लगते हैं)।’ उन्होंने यह बयान चीनी विदेश मंत्री वांग यी और ब्राजील के राष्ट्रपति के मुख्य सलाहकार के बीच हुई फोन कॉल के बाद पोस्ट किया था।
चीनी दूतावास की प्रवक्ता ने भी दिया भारत का साथ
इसके अलावा, भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने भी एक्स पर एक पोस्ट के जरिए से भारत का समर्थन किया था। उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार के संपादकीय को शेयर करते हुए लिखा, ‘भारत की संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता और इसकी विदेश नीति के विकल्पों में अन्य देशों द्वारा हेरफेर नहीं किया जा सकता, चाहे भारत के साथ उनके अपने संबंध कितने भी महत्वपूर्ण क्यों न हों।’
भारत पर अमेरिकी टैरिफ दो चरणों में लागू होगा
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा बुधवार को घोषित नया टैरिफ दो चरणों में लागू होगा। पहली 25 प्रतिशत वृद्धि गुरुवार (सात अगस्त) से शुरू हो गई जबकि दूसरी वृद्धि 21 दिन बाद होगी, बशर्ते बाद में इसमें कोई बदलाव न आए।
