DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई बोले – ‘ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकियों का खात्मा, हमने 100 से ज्यादा किए ढेर’
नई दिल्ली, 11 मई। भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद सिर्फ आतंकियों का खात्मा करना था और इस अभियान में मुदस्सर खार, हाफिज जमील और यूसुफ अजहर जैसे तीन बड़े आतंकियों सहित 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया गया। उन्होंने साथ ही आतंकी ठिकाने उड़ाने के सबूत भी दिखाए।
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई भारत द्वारा हाल ही में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान के साथ तनाव को लेकर रविवार की शाम एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शिवतांडव की धुन से हुई। मीडिया कॉन्फ्रेंस में राजीव घई के साथ भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद भी उपस्थित रहे।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर की योजना पहलगाम में भारतीय नागरिकों पर हमले के बाद बनाई गई। इस ऑपरेशन का स्पष्ट सैन्य उद्देश्य था – आतंकवादियों और उनके ठिकानों को तबाह करना। हमने सीमा पार आतंकी ठिकानों की गहराई से पहचान की। हालांकि वहां कई ठिकाने पहले ही खाली कर दिए गए थे, लेकिन हमें नौ ऐसे ठिकाने मिले, जिन्हें हमारी एजेंसियों ने एक्टिव बताया। इनमें से कुछ ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे – जैसे मुरीदके, जो कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों से जुड़ा रहा है।’
मारे गए आतंकियों में यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक जैसे हाई वैल्यू टारगेट शामिल
उन्होंने कहा, ‘हमारे हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे हाई वैल्यू टारगेट शामिल हैं। ये आतंकी IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमले से जुड़े थे।’ जनरल घई ने बताया कि एलओसी पर पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और उसकी ओर से नागरिक क्षेत्रों जैसे गुरुद्वारों को भी निशाना बनाया गया।

पाकिस्तान के सभी हमले नाकाम किए
DGMO राजीव घई ने कहा कि पाकिस्तान ने बीते तीन-चार दिनों भारतीय सैन्य अड्डों को निशाना बनाने की कई कोशिशें कीं, लेकिन ये प्रयास ज्यादातर विफल रहे। पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के ज़रिए कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने समय रहते इन सभी खतरों को नाकाम कर दिया।
मुरीदके व बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों पर हमला किया : DGAO एके भारती
DG Air Ops एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा, ‘हालात कठिन हैं, हम ये प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करना चाहते थे, लेकिन जरूरी हो गया था। भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों पर हमला किया। ये दोनों स्थान अंतरराष्ट्रीय सीमा से काफी अंदर थे, इसलिए इन्हें चुनना रणनीतिक रूप से अहम था। IAF ने सटीक हमलों के लिए सैटेलाइट और इंटेलिजेंस आधारित टार्गेटिंग और प्रिसिशन म्यूनिशन का इस्तेमाल किया।’
‘सावधानीपूर्वक सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया’
एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘भारतीय वायुसेना ने बेहद सावधानीपूर्वक केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और कोई भी नागरिक हानि नहीं होने दी। हमने पूरी योजना इस तरह बनाई थी कि सिर्फ आतंकी कैंपों पर सटीक वार किया जाए और किसी आम नागरिक को नुकसान न पहुंचे।’

पाकिस्तानी हमलों से कोई नुकसान नहीं
उन्होंने बताया, ‘सात मई को पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में भारत में कोई क्षति नहीं हुई क्योंकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह सक्रिय और सतर्क थी। हमारी एयर डिफेंस तैयारियों की वजह से पाकिस्तानी हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ। हमने हर संभावित खतरे को समय रहते निष्क्रिय कर दिया। आठ और नौ मई की रात लगभग रात 10.30 बजे से पाकिस्तान की ओर से भारत के शहरों की ओर ड्रोन, यूएवी (Unmanned Aerial Vehicles) और यूसीएवी (Unmanned Combat Aerial Vehicles) छोड़े गए। सात मई को जहां UAV भेजे गए, वहीं आठ मई को इनकी संख्या में कमी आई, लेकिन इनका उद्देश्य निगरानी और नागरिकों को डराना था।
‘हमारा जवाब नपा-तुला और संतुलित था’
DG Air Ops एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘आठ मई को भारतीय वायुसेना ने लाहौर स्थित पाकिस्तानी निगरानी रडार साइट्स को निशाना बनाया। यह काररवाई हमारी तरफ से एक सधा हुआ जवाब था, जिसके बाद भी पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले जारी रहे, जिन्हें हमने पूरी तरह से नाकाम किया।’
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन और अन्य मानवरहित प्रणालियों ने एक साथ कई भारतीय एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम पहले से तैयार थे और उन्होंने सभी हमलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।
