डिफ्टी सीएम एकनाथ शिंदे का उद्धव ठाकरे पर धोखा देने का आरोप, बोले – ‘कभी गिरगिट को इतनी तेजी से रंग बदलते नहीं देखा..’
मुंबई, 19 जुलाई। महाराष्ट्र में हिन्दी विरोध की आड़ में चचेरे ठाकरे बंधुओं – शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव व मनसे अध्यक्ष राज के पुनर्मिलन से सियासत में हलचल बढ़ी ही हुई थी कि सीएम देवेंद्र फडणवीस व उद्धव की मुलाकात ने आग में घी का काम कर दिया।
इस क्रम में डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव पर तगड़ा प्रहार किया और उन पर 2019 विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद अपने घनिष्ठ सहयोगी रहे देवेंद्र फडणवीस को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र ने कभी गिरगिट को इतनी तेजी से रंग बदलते नहीं देखा।
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष की ओर से पिछले सप्ताह लाए गए एक प्रस्ताव का जवाब देते हुए एकनाथ शिंदे ने ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, “2019 के विधानसभा चुनावों में अविभाजित शिवसेना और भाजपा के गठबंधन द्वारा बहुमत बरकरार रखने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने ‘40-50 कॉल’ किए। लेकिन भाजपा नेता के फोन कॉल पर (ठाकरे की ओर से) कोई जवाब नहीं मिला।’’
डिप्टी सीएम शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गठबंधन तोड़ने के बाद उद्धव ठाकरे की ओर से कांग्रेस से हाथ मिलाने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र ने कभी गिरगिट को इतनी तेजी से रंग बदलते नहीं देखा। वह उन लोगों के साथ चले गए, जिन्हें वह कभी कमतर समझते थे।’
‘मेरे कहने पर फडणवीस ने 2017 में महापौर पर शिवसेना के लिए छोड़ा था’
एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके (शिंदे के) आग्रह पर फडणवीस 2017 में मुंबई के महापौर का पद शिवसेना को सौंपने पर सहमत हुए, जब नगर निकाय चुनावों में शिवसेना ने 84 सीटें और भाजपा ने 82 सीटें जीती थीं। लेकिन उन्होंने (ठाकरे ने) 2019 में फडणवीस को (गठबंधन से बाहर निकलकर) धोखा दिया।
शिंदे ने यह भी दावा किया कि जब वह और उनके साथी विधायक ठाकरे के खिलाफ बगावत करने के बाद 2022 में गुवाहाटी में डेरा डाले हुए थे, तब ठाकरे ने सुलह के लिए उनसे संपर्क किया और साथ ही दिल्ली में भाजपा नेतृत्व से कहा कि वह विद्रोही समूह का समर्थन न करें।
एकनाथ शिंदे की ओर से उद्धव ठाकरे पर 2019 में फडणवीस और भाजपा को ‘धोखा’ देने की याद दिलाना शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद आया है। उसके पहले, फडणवीस ने सदन में एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी में ठाकरे को सत्ता पक्ष में आने के लिए कहा था।
