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पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ बहरीन व सऊदी समेत दुनिया भर के देशों ने जताया विरोध

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ बहरीन व सऊदी समेत दुनिया भर के देशों ने जताया विरोध

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नई दिल्ली, 7 जून। कुवैत, कतर और ईरान के विरोध के एक दिन बाद अब बहरीन, सऊदी अरब, खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) और मिस्त्र के काहिरा की अल-अजहर मस्जिद ने भी पैगंबर मोहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पदाधिकारियों की आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में भारत की निंदा की है। बहरीन साम्राज्य ने एक बयान में कहा कि वे पवित्र पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के कारण अपनी प्रवक्ता को निलंबित करने के भारतीय जनता पार्टी के फैसले का स्वागत करते हैं।

बहरीन के विदेश मंत्रालय ने सभी धार्मिक विश्वासों, प्रतीकों और व्यक्तित्वों का सम्मान करने और धर्मों और सभ्यताओं के बीच संयम, सहिष्णुता और संवाद के मूल्यों को बरकरार रखने पर बल दिया। साथ ही मंत्रालय ने देशद्रोह और धार्मिक, सांप्रदायिक, या नस्लीय घृणा को बढ़ावा देने वाले चरमपंथी विचारों का सामना करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के ठोस प्रयासों के महत्व पर बल दिया।

सऊदी अरब ने पैगंबर मुहम्मद का अपमान करने वाले भाजपा के प्रवक्ता के बयानों की निंदा की और ‘इस्लाम धर्म के प्रतीकों के किसी भी अपमान की स्थायी अस्वीकृति’ पर ज़ोर दिया। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह धार्मिक शख्सियतों और प्रतीकों के लिए अपमानजनक चीज़ों को खारिज करता है। मंत्रालय ने प्रवक्ता को निलंबित करने के भाजपा के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सऊदी अरब सभी धर्मों का सम्मान करता है।

इसी बीच, काहिरा में अल-अजहर मस्जिद ने भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाले बयानों की कड़ी निंदा की। अल-अज़हर मस्जिद ने एक बयान में इस तरह के व्यवहार को ‘एक वास्तविक आतंकवादी कार्रवाई’ बताते हुए कहा कि ऐसी चीज़ें पूरी दुनिया को विनाशकारी संकटों और खूनी युद्धों में धकेलने का काम करती हैं। अल-अज़हर ने विश्व समुदाय से इस तरह के खतरों को मजबूती से दूर करने का आह्वान किया।

अल-अजहर ने कहा, “कुछ राजनेताओं द्वारा चरमपंथियों के वोट इकट्ठा करने के लिए इस्लाम को बदनाम करने का कदम चरमपंथ, धर्मों के अनुयायियों के बीच नफरत और कलह के प्रसार को दावत देना है।” खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव डॉ. नायेफ फलाह मुबारक अल-हजरफ़ ने भाजपा प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाले बयानों की कड़ी निंदा की। अल-हजरफ़ ने कहा कि जीसीसी इस्लाम धर्म के प्रतीकों के खिलाफ पूर्वाग्रह और सभी धार्मिक शख्सियतों और प्रतीकों के खिलाफ पूर्वाग्रह को अस्वीकार करता है।
पाकिस्तान ने भी भाजपा प्रवक्ता के बयान की निंदा की।

पाकिस्तान के विदेश विभाग ने एक बयान में ‘पवित्र पैगंबर मुहम्मद के बारे में भाजपा अधिकारियों द्वारा पूरी तरह से अस्वीकार्य अपमानजनक टिप्पणी’ की कड़ी निंदा की। बयान में कहा गया कि इससे पाकिस्तान, भारत और दुनिया भर में मुसलमानों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है। बयान में कहा गया, “भाजपा के स्पष्टीकरण का प्रयास और इन व्यक्तियों के खिलाफ विलंबित और निष्पक्ष अनुशासनात्मक कार्रवाई मुस्लिम दुनिया के लिए उनके दर्द और पीड़ा को कम नहीं कर सकती।”

उल्लेखनीय है कि कतर, ईरान और कुवैत ने रविवार को पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के विरोध में अपनी-अपनी राजधानियों में रहने वाले संबंधित भारतीय राजदूतों को तलब किया था। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भी इस टिप्पणी की निंदा की। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के दौरे के बावजूद कतर विदेश मंत्रालय ने भारतीय राजदूत दीपक मित्तल को तलब कर भाजपा प्रवक्ता के संबंधित बयान पर विरोध व्यक्त किया था।

भारतीय राजदूत ने मंत्रालय को अवगत कराया था कि अब निलंबित भाजपा पदाधिकारी के ट्वीट “किसी भी तरह से, भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं, और ये तुच्छ तत्वों के विचार हैं।” दक्षिण एशिया के लिए ईरानी विदेश मंत्रालय के महानिदेशक ने ‘भारत में एक टीवी कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद के अपमान’ पर विरोध जताने के लिए भारतीय राजदूत गद्दाम धर्मेंद्र को तलब किया था।

कुवैत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि उसने भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज को तलब किया। उन्होंने एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें “एक आधिकारिक विरोध नोट सौंपा, जिसमें पैगंबर मोहम्मद, इस्लाम और मुसलमानों के प्रति सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता की ‘अनुचित टिप्पणी’ पर कुवैत के राज्य की स्पष्ट अस्वीकृति और निंदा व्यक्त की गई थी।

कुवैत ने कहा कि हालांकि वह भाजपा द्वारा पदाधिकारियों को निलंबित करने के फ़ैसले का स्वागत करता है, वह यह मांग भी करता है कि इन बयानों के लिये एक सार्वजनिक माफ़ी जारी की जाए। कतर ने भी कहा कि वह भारत की सत्ताधारी पार्टी द्वारा पदाधिकारी को निलंबित करने की घोषणा के बयान का स्वागत करता है, लेकिन साथ ही वह “भारत सरकार से सार्वजनिक माफी और इन टिप्पणियों की तत्काल निंदा की उम्मीद कर रहा है।”

उल्लेखनीय है कि भाजपा के दिल्ली प्रदेश मीडिया सेल अध्यक्ष नवीन कुमार जिंदल और भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अरब देशों में नाराजगी व्याप्त थी। भाजपा ने दोनों नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।

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