अरुणाचल प्रदेश-सिक्किम विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना तिथि में बदलाव, अब 2 जून को होगी वोटों की गिनती
नई दिल्ली, 17 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना की तिथि चार जून से बदलकर दो जून कर दी है। आयोग ने पहले घोषणा की थी कि सात चरणों में कराए जाने वाले लोकसभा चुनाव और सभी चार विधानसभा चुनावों की मतगणना भी एक साथ चार जून को होगी।
अरुणाचल व सिक्किम विधानसभाओं का कार्यकाल दो जून को समाप्त हो रहा
लेकिन अरुणाचल व सिक्किम विधानसभाओं का कार्यकाल दो जून को समाप्त हो रहा है, इसलिए दोनों राज्यों में मतगणना की तारीख बदल दी गई है। आयोग ने कहा, ‘अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कार्यक्रम के संबंध में कोई बदलाव नहीं होगा।’ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी संसदीय चुनावों के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।
सिक्किम में लोकसभा व विधानसभा चुनाव एक साथ 19 अप्रैल को होंगे
निर्वाचन आयोग (ईसी) ने शनिवार को घोषणा की थी कि सिक्किम में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ 19 अप्रैल को होंगे। इस हिमालयी राज्य में लोकसभा की केवल एक और विधानसभा की 32 सीटें हैं। चुनाव में सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) का मुकाबला सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) से होगा।
ईसी के मुताबिक, चुनाव की अधिसूचना 20 मार्च को जारी की जाएगी, जिसके बाद नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च है जबकि 28 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 मार्च है।
अरुणाचल प्रदेश में भी 19 अप्रैल को ही मतदान होगा
वहीं अरुणाचल प्रदेश में भी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा। आयोग के मुताबिक, विधानसभा चुनाव की अधिसूचना 20 मार्च को जारी होगी, जिसके बाद नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 27 मार्च है जबकि नामांकन पत्रों की जांच 28 मार्च को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 मार्च है।
अरुणाचल प्रदेश में दो लोकसभा सीटें और 60 सदस्यीय विधानसभा
अरुणाचल प्रदेश में दो लोकसभा सीटें और 60 सदस्यीय विधानसभा है। पिछले चुनाव में भाजपा ने राज्य की दोनों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। विधानसभा में, भाजपा ने 41 सीटें जीतीं जबकि जनता दल (यूनाइटेड) ने सात, एनपीपी ने पांच और कांग्रेस ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, पीपीए ने एक सीट जीती जबकि दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की थी।