सीएम योगी का अधिकारियों को निर्देश- बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
गोरखपुर, 10 अगस्त। उत्तर प्रदेश में जारी भारी बारिश के बीचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों को लेकर तैयारियों में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। तैयारियां युद्ध स्तरीय होनी चाहिए जनता को किसी तरह की परेशानी न होने पाए।
गोरखनाथ मंदिर में बैठक करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले और शहर का हवाई सर्वेक्षण भी किया और बारिश के प्रभाव का जायजा लिया। उन्होंने बाढ़ बचाव की तैयारियों, सड़क निर्माण व मरम्मत तथा विद्युत आपूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
बाढ़ बचाव से जनता को मिली राहत- सीएम
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में बाढ़ बचाव को लेकर हुए कार्यों के चलते जनता को बड़े पैमाने पर राहत मिली है। इस साल अभी तक गोरखपुर बाढ़ की चपेट में नहीं है। पर, कुछेक क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए उससे निपटने का हमारा प्रयास युद्ध स्तरीय होना चाहिए। नदियों के जलस्तर की निगरानी करते हुए तटबंधों को सुरक्षित रखने से जुड़े कार्य लगातार होने चाहिए।
सीएम योगी ने कहा किसी भी व्यक्ति के प्रभावित होने की दशा में तत्परता से उसका सुरक्षित व्यवस्थापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बाढ़ बचाव और राहत कार्यों को लेकर पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करने के साथ बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों और राहत शिविरों को क्रियाशील करने की तैयारी पूरी होनी चाहिए। बाढ़ से प्रभावित होने की दशा में हर जरूरतमंद तक पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री तत्काल पहुंचनी चाहिए।
PWD अफसरों को किया निर्देशित
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अफसरों से कहा कि बारिश से यदि कोई सड़क क्षतिग्रस्त हुई हो तो जल्द से जल्द उसकी मरम्मत कराई जाए। जहां सड़कों का निर्माण जारी है, वहां ऐसी व्यवस्था हो जिससे कार्य ज्यादा प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। साथ ही आवश्यक जरूरी निर्देश दिए।
कहीं भी न होने पाए जल जमाव- सीएम योगी
सीएम योगी ने शहरी क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि बारिश होने पर जल भराव न हो, इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी कि कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। जलनिकासी से संबंधित सभी व्यवस्था मुकम्मल होनी चाहिए।
