उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुआ छठ महापर्व, 36 घंटे बाद व्रती महिलाओं ने खोला व्रत
पटना, 20 नवंबर। बिहार समेत कई राज्यों में आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही सूर्योपासना का महापर्व कार्तिक छठ समाप्त हो गया। राजधानी पटना में आज गंगा नदी के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में लाखों महिला और पुरुष व्रतधारियों ने उगते हुए सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़े होकर अर्घ्य अर्पित किया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां एक अणे मार्ग स्थित अपने आवास पर लोक आस्था का महापर्व छठ के अंतिम दिन श्रद्धा के साथ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया तथा ईश्वर से राज्य एवं देशवासियों की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये प्रार्थना की।
बिहार के औरंगाबाद जिले के ऐतिहासिक तथा धार्मिक स्थल देव के पवित्र सूर्य कुंड में आज लाखो की संख्या में व्रतधारियों ने उदयाचल सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया। लोक मान्यता है कि देव छठ व्रत करने तथा त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना करने से श्रद्धालुओं की मनोवांछित कामनाएं पूरी होती हैं और इस मौके पर यहां भगवान भास्कर की साक्षात उपस्थिति की रोमांचक अनुभूति होती है।
दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त हुआ और उसके बाद हीं व्रतधारियों ने अन्न ग्रहण किया। चार दिवसीय इस महापर्व के तीसरे दिन कल व्रतधारियों ने नदियों और तालाबों में अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया था।