चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत की भागीदारी के आसार बढ़े, पीसीबी ‘हाइब्रिड मॉडल’ अपनाने को तैयार
कराची, 7 नवम्बर। पाकिस्तानी की मेजबानी में अगले वर्ष प्रस्तावित चैम्पियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में भारतीय भागीदारी की उम्मीद उस समय बलवती हुई, जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अपने पिछले रुख से पीछे हटते हुए कार्यक्रम में बदलाव करने और ‘हाइब्रिड मॉडल’ अपनाने को तैयार हो गया। अब यदि सब कुछ अनुकूल रहा तो भारत के मुकाबले यूएई में हो सकते हैं। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों का कहना है कि टूर्नामेंट ‘हाइब्रिड मॉडल’ में आयोजित किया जा सकता है क्योंकि मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक माहौल और राष्ट्रीय टीम के लिए सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए भारत सरकार के अपनी टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति देने की संभावना नहीं है।
एशिया कप का आयोजन भी ‘हाइब्रिड मॉडल’ में हुआ था
पाकिस्तान ने पिछली बार जब 2023 में एशिया कप की मेजबानी की थी तो इसका आयोजन भी ‘हाइब्रिड मॉडल’ में किया गया था, जिसमें भारत ने अपने मैच श्रीलंका में खेले थे क्योंकि सरकार ने खिलाड़ियों को सीमा पार यात्रा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
पीसीबी के एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया, ‘पीसीबी को लगता है कि भले ही भारत सरकार पाकिस्तान दौरे को मंजूरी न दे, लेकिन कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया जा सकता है क्योंकि पूरी संभावना है कि भारत अपने मैच दुबई या शारजाह में खेलेगा।’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) अपनी ओर से किसी भी बोर्ड को अपनी सरकारी नीति के खिलाफ जाने के लिए मजबूर नहीं कर सकता और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) इस मामले में अंतिम फैसला कब लेता है। जब अंतिम फैसला होने की संभावना है, तब आईसीसी की अध्यक्षता भारत के जय शाह करेंगे।
इस बीच पीसीबी अगले सप्ताह तक टूर्नामेंट के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए आईसीसी पर दबाव डाल रहा है क्योंकि वैश्विक संचालन संस्था के कुछ शीर्ष अधिकारी अगले सप्ताह फिर से लाहौर का दौरा करने वाले हैं।
11 नवम्बर को घोषित हो सकता है टूर्नामेंट का कार्यक्रम
सूत्र ने कहा, ‘पीसीबी ने आईसीसी के साथ उस संभावित कार्यक्रम पर चर्चा की है, जो शीर्ष संस्था ने कुछ महीने पहले भेजा था और वह चाहती है कि 11 नवम्बर को उसी कार्यक्रम की घोषणा की जाए। पीसीबी ने आईसीसी से कहा है कि संशोधित बजट के साथ एक वैकल्पिक योजना पहले से ही मौजूद है, इसलिए संभावित कार्यक्रम जारी करने में देरी करने का कोई मतलब नहीं है।’
पीसीबी ने आईसीसी से यह भी कहा है कि वह बीसीसीआई पर यह पुष्टि करने के लिए दबाव डाले कि क्या वह अगले वर्ष फरवरी-मार्च में होने वाली प्रतियोगिता के लिए अपनी टीम पाकिस्तान भेजेगा। सूत्र ने कहा, ‘पीसीबी चाहता है कि बीसीसीआई लिखित में दे कि उसे अपनी टीम पाकिस्तान भेजने के लिए अपनी सरकार से अनुमति मिली है या नहीं।’
अस्थायी कार्यक्रम के अनुसार लाहौर में होनी है भारत-पाक भिड़ंत
पीसीबी द्वारा प्रस्तावित अस्थायी कार्यक्रम के अनुसार अगले साल एक मार्च को लाहौर में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच चैम्पियंस ट्रॉफी का मुकाबला होना है। टूर्नामेंट 19 फरवरी, 2025 को शुरू होगा, जिसका पहला मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच कराची में होगा। फाइनल नौ मार्च को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में होगा।
पीसीबी स्टेडियमों के नवीनीकरण पर 13 अरब रुपये खर्च कर रहा
अस्थायी कार्यक्रम के अनुसार सुरक्षा और साजों-सामान से जुड़े कारणों से भारत के सभी मैच लाहौर में ही रखे गए हैं। सूत्रों के अनुसार पीसीबी कराची, लाहौर और रावलपिंडी में अपने स्टेडियमों के नवीनीकरण पर लगभग 13 अरब रुपये खर्च कर रहा है, जहां चैम्पियंस ट्रॉफी के मैच होने हैं।