बालासोर/नई दिल्ली, 6 जून। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच अपने हाथ में ले ली है। एजेंसी ने मंगलवार को इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांज एजेंसी की एक टीम ने बालासोर पहुंचकर घटनास्थल का दौरा किया है। सीबीआई ने उक्त दुर्घटना के संबंध में बालासोर जीआरपीएस, जिला कटक (ओडिशा) में जीआरपीएस केस संख्या 64 दिनांक 03.06.2023 के तहत दर्ज मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है।
एजेंसी ने कहा कि सीबीआई ने रेल मंत्रालय के अनुरोध, ओडिशा सरकार की सहमति और केंद्र सरकार के आदेशों पर कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी से संबंधित ट्रेन दुर्घटना के संबंध में मामला दर्ज किया है। यह हादसा गत दो जून को ओडिशा में बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ था। इस हादसे में अब तक 278 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
बड़ा खुलासा : कोरोमंडल एक्सप्रेस के 40 यात्रियों की करंट लगने से मौत?
इस बीच हादसे को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस से बरामद करीब 40 शवों पर किसी तरह की चोट का निशान नहीं पाया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि उनकी मौत करंट लगने से हुई है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने यह जानकारी दी है।
बालासोर में जीआरपी थाने में दर्ज प्राथमिकी में संकेत दिया गया है कि ऊपर से जा रहे तारों के दुर्घटना के बाद टूटने और उनके कुछ डिब्बों में फंसने की वजह से यात्रियों को करंट लगा। पुलिस उपनिरीक्षक पी. कुमार नायक ने प्राथमिकी में कहा कि कई यात्रियों की मौत चोट लगने और ऊपर से जा रहे तारों के संपर्क में आने से करंट लगने की वजह से हुई है।