सीबीआई की काररवाई : ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर पति दीपक संग गिरफ्तार
नई दिल्ली, 23 दिसम्बर। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लोन धोखाधड़ी मामले में बड़ी काररवाई करते हुए आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत के साथ-साथ नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी में आरोपित के रूप में दर्ज किया था।
3,250 करोड़ रुपये के लोन पास करने का है मामला
गौरतलब है कि बैंक ने मई, 2018 में वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपये के लोन देने में कोचर की कथित भूमिका के बारे में शिकायत मिलने के बाद उनके खिलाफ जांच शुरू की थी। कर्ज देने से चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को फायदा हुआ था। इसके बाद कोचर छुट्टी पर चली गईं और समयपूर्व सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। बाद में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। चंदा कोचर पर भेदभाव और वीडियोकॉन ग्रुप को फायदा पहुंचाने के आरोप हैं।
चंदा कोचर पर भेदभाव और वीडियोकॉन ग्रुप को फायदा पहुंचाने के आरोप
चंदा कोचर पर 2009 और 2011 के बीच वीडियोकॉन समूह के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत को लोन देने में आईसीआईसीआई बैंक में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था। यह आरोप लगाया गया था कि वेणुगोपाल धूत ने ICICI बैंक से ऋण प्राप्त करने के बाद Nupower Renewables में करोड़ों का निवेश किया था।
ईडी इसी मामले में चंदा कोचर को पिछले वर्ष कर चुकी है गिरफ्तार
सीबीआई ने 2019 में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद एक बयान में कहा था कि आरोपितों ने आईसीआईसीआई बैंक को धोखा देने के लिए आपराधिक साजिश में निजी कम्पनियों को कुछ लोन मंजूर किए थे। चंदा कोचर को इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसी मामले में 2021 में गिरफ्तार किया था।
हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट ने चंदा कोचर की सीईओ पद से बर्खास्तगी को ‘वैध’ करार दिया है। इसके साथ ही अदालत ने सेवानिवृत्ति के बाद के लाभ के लिए उनके अंतरिम आवेदन को भी खारिज कर दिया।