भारतीय ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय के खिलाफ दुष्कर्म और धमकाने का मुकदमा दर्ज
लखनऊ, 30 अगस्त। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कोषाध्यक्ष और यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव आनंदेश्वर पांडेय के खिलाफ एक महिला हैंडबाल खिलाड़ी ने दुष्कर्म व धमकाने का केस दर्ज कराया है। राजस्थान के भिवाड़ी महिला थाने में दर्ज इस मुकदमे में आनंदेश्वर के खिलाफ एक विशेष प्रशिक्षण शिविर के दौरान दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगा है।
महिला खिलाड़ी का केडी सिंह बाबू स्टेडियम में शिविर के दौरान बदसलूकी का आरोप
बरेली निवासी SSB में तैनात महिला सिपाही का, जो इन दिनों राजस्थान में तैनात है, आरोप है कि लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित हैंडबॉल के एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान आनंदेश्वर पांडेय ने उसके साथ बदसलूकी की थी। उसने विरोध पर करिअरखराब करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। चूंकि वारदात स्थल लखनऊ है, लिहाजा मुकदमा स्थानांतरित कर लखनऊ के हजरतगंज थाने में भेजा जाएगा।
बीते दिनों आनंदेश्वर की अश्लील तस्वीरें भी वायरल हुई थीं
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले आनंदेश्वर पांडेय की अश्लील तस्वीरें भी वायरल हुई थीं। हालांकि कुछ युवतियों के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दे रहे आनंदेश्वर ने इन तस्वीरों को फेंक बताया था। उन्होंने कहा था कि वह साइबर क्राइम शाखा में इसकी शिकायत भी कर रहे हैं। फिलहाल दुष्कर्म व धमकी देने के इस मुकदमे बाद आनंदेश्वर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव ने आरोपों को खारिज किया
हालांकि आनंदेश्वर ने महिला सिपाही के आरोपों को खारिज करते हुए इसके लिए वरिष्ठ खेल प्रशासक नरिंदर बत्रा को दोषी ठहराया और इसे गंदी राजनीति करार दिया। उन्होंने मंगलवार को मीडिया से कहा, ‘बरेली की निवासी एसएसबी की महिला हैंडबॉल खिलाड़ी द्वारा दुष्कर्म व धमकाने का केस दर्ज कराने के मामले में आप सभी को अवगत कराना चाहता हूं कि ये आरोप झूठे हैं।’
महिला सिपाही पर ठोकेंगे मानहानि का दावा
आनंदेश्वर ने कहा, ‘मुझे आपको यह बताना है कि इस लड़की के खिलाफ एसएसबी में काररवाई चल रही है और दो वर्ष पूर्व यह एसएसबी की हैंडबॉल टीम से निकाली जा चुकी है। मैंने इसके द्वारा बार-बार संपर्क करने की कोशिश करने के बावजूद कभी इसको रिस्पांस नहीं दिया। इसके आरोप सरासर झूठ हैं और मैं इसके खिलाफ मानहानि की काररवाई करूंगा। साथ ही मैं इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं।’