
हिंसाग्रस्त मुर्शिदाबाद में CAPF व BSF तैनात, डीजीपी भी कैंप कर रहे, अब तक 180 लोग गिरफ्तार
मुर्शिदाबाद, 13 अप्रैल। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा के मद्देनजर कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की तैनाती कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि हिंसाग्रस्त इलाकों में शनिवार को तीन लोगों की मौत के बाद भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की थी।
सीएपीएफ साथ ही सीमा सुरक्षा बल (BSF) की नौ कम्पनियां व राज्य पुलिस भी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों – सूती व शमशेरगंज में गश्त कर रही हैं जबकि पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कुमार भी शनिवार शाम से ही मुर्शिदाबाद में कैंप कर रहे हैं। उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि किसी भी तरह की हिंसा और गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भाजपा सांसद ज्योतिर्मय महतो का अफस्पा लगाने का आग्रह
इस बीच भाजपा महासचिव और सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफस्पा) लगाने का आग्रह किया है। इन जिलों में मुर्शिदाबाद, मालदा, नादिया और दक्षिण 24 परगना शामिल हैं।
भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी गृह मंत्री शाह को लिखा पत्र
भाजपा के ही एक अन्य सांसद रानाघाट जगन्नाथ सरकार ने भी गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने मुर्शिदाबाद की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने गृह मंत्रालय से एक उच्चस्तरीय जांच और निगरानी टीम भेजने का भी अनुरोध किया है।
सूती व शमशेरगंज में बीएसएफ की 9 कम्पनियां तैनात
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुर्शिदाबाद के सूती और शमशेरगंज में BSF की नौ कंपनियां तैनात की गई हैं। BSF राज्य पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है। सुरक्षा टुकड़ियां लोगों को हर संभव मदद कर रही हैं। BSF के डीआईजी निलोत्पल कुमार पांडे ने बताया कि BSF की टुकड़ियां अशांति की खबर मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। राज्य पुलिस स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रही है और BSF उनकी मदद कर रही है। हालांकि कुछ जगहों पर BSF को विरोध का सामना करना पड़ा और गुंडों ने उन पर हमला भी किया। फिलहाल हालात तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में हैं। लोग सहमे हुए हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने की शांति बनाए रखने की अपील
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उनकी सरकार वक्फ संशोधन कानून को लागू नहीं करेगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने अपने X हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘मेरी सभी धर्मों के लोगों से ईमानदारी से अपील है कि कृपया शांत रहें और संयम बरतें। धर्म के नाम पर कोई भी गलत व्यवहार न करें। हर मानव जीवन कीमती है। राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं। जो लोग दंगे भड़का रहे हैं। वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ममता ने यह भी स्पष्ट किया कि वक्फ कानून केंद्र सरकार ने बनाया है और इस मामले पर केंद्र से सवाल किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने X हैंडल पोस्ट में कहा, ‘याद रखें हमने वह कानून नहीं बनाया है, जिसके खिलाफ कई लोग आंदोलन कर रहे हैं। यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है। इसलिए जवाब केंद्र सरकार से मांगा जाना चाहिए।’
लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने कहा, ‘हमारी सरकार दंगे भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी काररवाई करेगी। हम किसी भी हिंसा की गतिविधि को क्षमा नहीं करते हैं।’ तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी शांति की अपील की है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और राज्य में हिंसा भड़काने वालों से सावधान रहने का आग्रह किया है।