उदयपुर, 17 अगस्त। राजस्थान में उदयपुर के एक सरकारी स्कूल में दो छात्रों के बीच चाकूबाजी के बाद भड़की हिंसा के मामले में भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने कठोर कदम उठाया और आरोपित छात्र के अवैध घर पर नगर निगम ने शनिवार को बुलडोजर चला दिया।
वन विभाग की जमीन पर बना था आरोपित का मकान
गौरतलब है कि घटना की जांच करते वक्त पाया गया कि आरोपित पक्ष का मकान वन विभाग की जमीन पर बना हुआ था, जिसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। उसके बाद विभाग की ओर से आरोपित के घर पर नोटिस चस्पा कर अतिक्रमण हटाने को कहा गया।
उदयपुर नगर निगम के अधिकारी शनिवार दोपहर अपनी पूरी टीम के साथ जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गए। सबसे पहले उन्होंने हमलावर छात्र के मकान का बिजली कनेक्शन काट दिया। इसके बाद कम से कम समय में मकान को खाली करवाया गया। अधिकारियों ने जैसे ही सुनिश्चित किया की मकान में कोई नहीं है, वैसे ही दो जेसीबी ने मकान तोड़ने की काररवाई शुरू कर दी।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार सुबह सूरजपोल क्षेत्र में भट्ठियानी चौहट्टा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 10वीं कक्षा के दो छात्रों के बीच कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक झगड़े में बदल गई। इस दौरान एक छात्र ने अपने सहपाठी देवराज पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में देवराज गंभीर रूप से घायल हुआ। पुलिस ने आरोपित छात्र को गिरफ्तार कर लिया।
कक्षा एक से 12 तक सरकारी व निजी स्कूल-कालेज अगले आदेश तक बंद
घटना के बाद शहर में माहौल तनावपूर्ण हो गया। हिंसा भड़कने के बाद जिले में धारा 163 लागू कर दी गई। इंटरनेट बंद करने के अलावा 17 अगस्त 2024 से अगले आदेश तक कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का एलान किया गया है।
स्कूलों में नुकीली चीज या अन्य धारदार हथियार लाने पर प्रतिबंध
दूसरी तरफ उदयपुर में छात्रों के बीच हुए विवाद में चाकूबाजी की घटना के बाद शिक्षा विभाग ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए विद्यार्थियों द्वारा स्कूल में किसी भी प्रकार की नुकीली चीज चाकू, कैंची या अन्य धारदार हथियार जैसी लाने को लेकर प्रतिबंध लगाया है और वहीं संस्था प्रधान को इस आदेश को नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा स्कूल के शिक्षकों को नियमित रूप से रेंडम तरीके से विद्यार्थियों के बैग और अन्य सामान की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं।