
ब्रिक्स शिखर सम्मलेन में मोदी-जिनपिंग की संक्षिप्त मुलाकात, विदेश सचिव क्वात्रा बोले – दोनों नेता लद्दाख में तनाव कम करने पर सहमत
जोहानेसबर्ग, 24 अगस्त। 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के तीसरे व आखिरी दिन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की संक्षिप्त मुलाकात हुई। प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले दोनों नेता हाथ मिलाते नजर आए और उनके बीच कुछ सेकेंड की बातचीत भी हुई।
ब्रिक्स सम्मेलन के बाद भारत के विदेश सचिव विनय क्वॉत्रा ने कहा – ‘पीएम मोदी और जिनपिंग इस बात पर सहमत हुए हैं कि लद्दाख में सैन्य तैनाती कम की जाएगी और तनाव कम किया जाएगा। इस बारे में बातचीत करने वाले दोनों देशों के अफसरों से इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए कहा जाएगा।’
पीएम मोदी ने जिनपिंग से बातचीत में एलएसी के अनसुलझे मुद्दे को उठाया
क्वात्रा ने कहा, ‘जिनपिंग से बातचीत में प्रधानमंत्री ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के अनसुलझे मुद्दे को उठाया। पीएम मोदी ने साफ कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान करना भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है।’
पिछले वर्ष बाली में हुई थी मुलाकात
इससे पहले नवम्बर, 2022 में पीएम मोदी और जिनपिंग की इंडोनेशिया के बाली में G20 समिट में डिनर के दौरान मुलाकात हुई थी। हालांकि उस समय कोई भी बात नहीं हो पाई थी। बाली में भी प्रधानमंत्री ने जिनपिंग से हाथ मिलाया और चीनी राष्ट्रपति भी उनकी ओर देखकर मुस्कुराए थे। तब पीएम मोदी और जिनपिंग ने एक दूसरे से कुछ मिनट तक बात की थी।
गलवान हिंसा के बाद से तनाव
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं। दोनों देशों ने सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए सैन्य स्तर की बातचीत की है। साल 2019 के बाद पहला मौका था, जब ब्रिक्स का आयोजन इस तरह से हुआ था। कोविड-19 महामारी के चलते इस सम्मेलन को वर्चुअली आयोजित किया जा रहा था।