बॉक्सर मैरी कॉम ने पेरिस ओलम्पिक का शेफ-डी-मिशन पद छोड़ा, निजी कारणों का दिया हवाला
नई दिल्ली, 12 अप्रैल। छह बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने आगामी पेरिस ओलम्पिक खेलों के लिए भारत के शेफ-डी-मिशन के पद से शुक्रवार को यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि कुछ व्यक्तिगत कारणों से उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है।
ओलम्पिक पदक विजेता मैरी कॉम ने IOA अध्यक्ष उषा के पास भेजा इस्तीफा
भारतीय ओलम्पिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने घोषणा की कि मैरी कॉम ने उन्हें संबोधित एक पत्र में अपने पद से मुक्त होने के लिए कहा था। 41 वर्षीया ओलम्पियन मुक्केबाज ने उषा को लिखे एक पत्र में कहा, ‘मैं हर संभव तरीके से अपने देश की सेवा करना सम्मान की बात मानती हूं और मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार भी थी। हालांकि, मुझे अफसोस है कि मैं इस प्रतिष्ठित जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम नहीं हो पाऊंगी और व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देना चाहती हूं।’
मैरी कॉम ने पत्र में कहा, ‘किसी प्रतिबद्धता से पीछे हटना शर्मनाक है, जो मैं शायद ही कभी करती हूं, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। मैं अपने देश और इस ओलम्पिक खेलों में बड़ी उम्मीदों के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाले एथलीटों का हौसला बढ़ाने के लिए वहां मौजूद हूं।’
उल्लेखनीय है कि भारतीय ओलम्पिक संघ ने गत 21 मार्च को मैरी कॉम की नियुक्ति की घोषणा की थी। वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम को 26 जुलाई-11 अगस्त के बीच प्रस्तावित पेरिस ओलम्पिक खेलों में देश के दल का लॉजिस्टिक प्रभारी होना था।
उषा ने कहा – ‘हम उनके फैसले और उनकी गोपनीयता का सम्मान करते हैं‘
उषा ने एक बयान में कहा, ‘हमें दुख है कि ओलम्पिक पदक विजेता मुक्केबाज और आईओए एथलीट आयोग की अध्यक्ष मैरी कॉम ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया है। हम उनके फैसले और उनकी गोपनीयता का सम्मान करते हैं। मैं उचित परामर्श करूंगी और जल्द ही मैरी कॉम के प्रतिस्थापन के बारे में घोषणा करूंगी।’
उषा ने कहा कि मैरी कॉम का पत्र मिलने के बाद उन्होंने उनसे बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘मैं उनके अनुरोध को पूरी तरह से समझती हूं और उनके फैसले का सम्मान करती हूं। मैंने उन्हें यह भी बताया है कि उन्हें हमेशा मेरा और आईओए का समर्थन मिलेगा। मैं सभी से महान मुक्केबाज की निजता का सम्मान करने का भी अनुरोध करती हूं।’