बिहार : सीएम नीतीश कुमार ने मंत्री संतोष सुमन का इस्तीफा किया स्वीकार, रत्नेश सदा बनेंगे नए मंत्री!
पटना, 13 जून। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू सरकार में आए सियासी भूचाल के बाद अब राज्य मंत्रिमंडल में बडे बदलाव की कवायद तेज हो गई है। इस क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के सहयोगी दल हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी के बेटे और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री संतोष सुमन संतोष सुमन का इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
सियासी उठापटक को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर गहन मंथन
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बड़े फैसले से महागठबंधन में शुरू हुई महाभारत के बाद मुख्यमंत्री आवास पर भी सियासी हलचल बढ़ गई। जदयू अध्यक्ष ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ नीतीश कुमार के करीबी मंत्री विजय चौधरी, विजेन्द्र यादव भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और इस पूरी सियासी उठापटक पर गहन मंथन हुआ।
रत्नेश सदा मौजूदा समय में विधानसभा में सचेतक हैं
सूत्रों की मानें तो मुसहर समुदाय से आने वाले संतोष सुमन के इस्तीफा देने के बाद इस रिक्ति को भरने के लिए नीतीश कुमार ने मुसहर जाति से ही ताल्लुक रखने वाले रत्नेश सदा को मंत्री बनाने की तैयारी कर ली है। रत्नेश सदा मौजूदा समय में विधानसभा में सचेतक हैं।
52 वर्षीय रत्नेश सदा सहरसा के सोनबरसा से आते हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जदयू के उम्मीदवार के रूप में सोनबरसा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। हालांकि रत्नेश सदा ने इस संभावना पर कुछ भी नहीं कहा।
उन्होंने कहा कि वह पटना से बाहर हैं। मंत्री बनाने को लेकर उनसे सम्पर्क नहीं किया गया है। मांझी के बेटे के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि संतोष सुमन का इस्तीफा देना कतई उचित नहीं है। वहीं सूत्रों का कहना है कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाने का नीतीश कुमार ने निर्णय ले लिया है और एक-दो दिनों में ही उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।