महाराष्ट्र : गर्वनर पद से ‘नाखुश’ हैं भगत सिंह कोश्यारी, कहा – ‘नहीं लगता कि मैं सही जगह पर हूं’
मुंबई, 8 जनवरी। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपने बयानों को लेकर हमेशा ही चर्चा का विषय बन जाते हैं। अब एक बार फिर उन्होंने ऐसा ही कुछ बयान दे डाला है। दरअसल जैन समुदाय के एक कार्यक्रम में उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वह राज्यपाल बनने के बाद से बिलकुल खुश नहीं है। साथ ही उन्हें यह भी लगता है कि वह सही जगह पर नहीं हैं।
भाजपा बोली – इस बयान को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए
भगत सिंह कोश्यारी ने अपने संबोधन में कहा कि जब राजभवन में सन्यासी आते हैं, तब उन्हें बहुत खुशी होती है। वहीं महाराष्ट्र राज्यपाल के इस बयान के बारे में भाजपा ने कहा कि इस बयान को विवाद के चश्मे से देखना फिलहाल मुनासिब नहीं लगता।
पहले भी कोश्यारी के बयानों पर मचता रहा है बवाल
हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं है जब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपने बयान के चलते सुर्खियों में हों। इससे पहले उन्होंने बीते 19 नवम्बर को औरंगाबाद में एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शिवाजी को पुराने दिनों का आइकॉन या आदर्श बताया था। कोश्यारी के साथ इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी व एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे।
मांगी थी गृहमंत्री शाह से माफ़ी
कोश्यारी ने तब भरी सभा में बाबासाहेब आंबेडकर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को नए जामने का बड़ा आइकन बताया था। उनके इस बयान के बाद ही विपक्ष के नेता उन पर हमलावर हो गए थे और उनके इस्तीफे की मांग करने लगे थे। वहीं खुद महाराष्ट्र में सरकार बना चुके शिंदे गुट ने भी कोश्यारी के भी इस बयान का विरोध किया था। हालांकि बाद में गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखकर कोश्यारी ने अपने बयान की माफी मांग ली थी।