नई दिल्ली, 22 जुलाई। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर नाराजगी जाहिर की है ओलंपिक फोल्ड से भारत को निलंबित करने की धमकी दे दी है। आईओए की ओर से दिसंबर, 2021 से लंबित चुनाव नहीं कराने, बाहरी हस्तक्षेप और अदालती चक्कर की वजह से आईओसी ने ऐसा कदम उठाने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईओए की कार्यकारी परिषद के सदस्यों को भेजे एक पत्र में संयुक्त रूप से आईओसी और एशिया ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने स्वायत्तता और ओलंपिक चार्टर के उल्लंघन के मुद्दे को उठाया है।
आईओए से बैठक आहूत कर चुनाव की तिथि घोषित करने को कहा
आईओसी के पत्र में कहा गया है, ‘आईओसी और ओसीए बड़ी चिंता के साथ आईओए को प्रभावित करने वाली घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं। यह कहना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कई कानूनी कार्यवाही शुरू हो गई है, जिससे अब तक केवल देरी हुई है और अनावश्यक जटिलताएं पैदा हुई हैं। हमारी सिफारिश है कि आईओए को इन संस्थागत मुद्दों को हमारे प्रस्तावों और सामान्य दृष्टिकोण के अनुसार आंतरिक रूप से हल करना चाहिए था। इसी वजह से हम आपसे आईओए ईसी की एक बैठक बुलाने का आग्रह करते हैं, जिसके बाद आईओए की जनरल असेंबली की एक विशेष बैठक बुलाई जाती है, ताकि इस स्थिति की समीक्षा की जा सके और चुनावों की तारीख की पुष्टि की जा सके।’
इस पत्र पर आईओसी के ओलंपिक सॉलिडेरिटी और एनओसी संबंधों के निदेशक जेम्स मैक्लियोड और ओसीए के महानिदेशक और तकनीकी निदेशक हुसैन अल-मुसल्लम के संयुक्त रूप से हस्ताक्षर हैं।
आईओए ने चुनाव नहीं कराए तो होगा निलंबन
आईओसी ने कहा कि आने वाले हफ्तों में अगर भारतीय ओलंपिक संघ अपने दायित्वों को पूरा करने में विफल रहता है और चुनावों को ठीक से आयोजित करने में असमर्थ होता है, तो आईओसी को निलंबन सहित उचित उपायों पर विचार करने के लिए मजबूर होना होगा।
आईओए व एफआईएच अध्यक्ष बत्रा के इस्तीफे के बाद आईओसी ने भेजा कड़ा संदेश
आईओसी की ओर से ये कड़ा संदेश तब आया, जब नरिंदर बत्रा ने इसी हफ्ते आईओए और अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष के साथ-साथ आईओसी के सदस्य के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बत्रा ने आईओए का अध्यक्ष बनाए रखने की उनकी अपील को दिल्ली हाई कोर्ट के दो जजों की बेंच द्वारा खारिज किए जाने के बाद इस्तीफा दिया था। वहीं, हाल में दिल्ली और जम्मू में बत्रा के कई आवास और कार्यालयों पर सीबीआई के छापे भी मारे गए थे।
गौरतलब है कि आईओए चुनाव 14 दिसंबर, 2021 को होने वाले थे। हालांकि, बत्रा खेमे और महासचिव राजीव मेहता के नेतृत्व में एक अन्य समूह दोनों आईओए पर नियंत्रण के लिए कोर्ट में चले गए थे। आईओए चुनावों के मुद्दे पर अदालत ने मामले को अभी 26 जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। हालांकि अब आईओसी द्वारा बाहरी हस्तक्षेप के लिए निलंबन की धमकी जारी करने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय ओलंपिक संघ आगे क्या कदम उठाता है।