अमृतपाल सिंह सरेंडर की तैयारी में, समर्पण के लिए रखीं तीन शर्तें, अमृतसर में कड़ी चौकसी
नई दिल्ली, 29 मार्च। खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस को करीब दो सप्ताह तक छकाने के बाद अब सरेंडर करने की तैयारी में है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
खबर यह भी है कि अमृतपाल सिंह ने सरेंडर को लेकर तीन शर्तें भी रख दी हैं। पहली शर्त यह कि गिरफ्तारी को आत्मसमर्पण दिखाया जाए। दूसरी शर्त पंजाब की जेल में रखा जाए जबकि तीसरी शर्त बुरा व्यवहार ना किया जाए। इससे पहले बुधवार की सुबह ही अमृतपाल होशियारपुर जिले में देखा गया था, लेकिन पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था।
पंजाब पुलिस में अहम बदलाव, जालंधर ग्रामीण के एसएसपी ट्रांसफर
इस बीच पंजाब पुलिस में कुछ अहम बदलाव भी हुए हैं। जालंधर ग्रामीण के एसएसपी स्वर्णदीप सिंह का तबादला कर दिया गया है। उन्हें अमृतसर में डीसीपी इन्वेस्टिगेशन के पद पर तैनाती दी गई है। जालंधर ग्रामीण का एसएसपी मुखविंदर सिंह को बनाया गया है।
पंजाब पुलिस सूत्रों का कहना है कि यूपी के लखीमपुर खीरी, हरियाणा के कुरुक्षेत्र और दिल्ली समेत कई राज्यों में घूमने के बाद अमृतपाल सिंह खुद ही सरेंडर की कोशिश में है। बताया जा रहा है कि अमृतपाल अकाल तख्त के माध्यम से किसी गुरुद्वारे में ही सरेंडर कर सकता है। अमृतपाल गत 18 मार्च से ही पंजाब पुलिस को छका रहा है।
स्वर्ण मंदिर के बाहर पंजाब पुलिस का फ्लैग मार्च
अमृतपाल के सरेंडर की संभावनाओं के बीच प्रशासन ने अमृतसर जिले की सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी है। वहीं अमृतसर में पंजाब पुलिस ने हाई अलर्ट जारी करते हुए स्वर्ण मंदिर के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस ने स्वर्ण मंदिर के पास फ्लैग मार्च भी किया है। डीसीपी कानून व्यवस्था, परमिंदर सिंह भंडाल ने कहा, ‘हमारी कोशिश है कि स्वर्ण मंदिर के रास्ते में कोई बाधा ना आए और कानून व्यवस्था बनी रह सके।’
इस गुरुद्वारे में अमृतपाल कर सकता है सरेंडर
अमृतपाल के बठिंडा के तलवंडी साहिब स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब में भी सरेंडर करने की संभावना है। यहां भी पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस ने नाकाबंदी कर दी है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
पंजाब सरकार ने हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया
वहीं, अमृतपाल के मामले में पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने हलफनामा दाखिल कर दिया है। अमृतपाल का वकील अपना जवाब दाखिल नहीं कर सका है और जवाब दाखिल करने के लिए और समय मांगा है। अदालत ने इस मामले की सुनवाई 11 अप्रैल को बाकी मामलों के साथ करने का आदेश दिया है।