अमित शाह का एनसी-कांग्रेस घोषणापत्र पर कटाक्ष, बोले – ‘शांति बहाली तक पाकिस्तान से वार्ता नहीं’
जम्मू, 7 सितम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस व नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के घोषणापत्र सामने आने के बाद आज दोनों पार्टियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने यहां भाजपा के विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि जब तक राज्य में शांति बहाल नहीं होगी, तब तक भारत सरकार पाकिस्तान से बात नहीं करेगी। इसके साथ उन्होंने दोहराया कि जल्द ही केंद्रीय शासित राज्य को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान कर दिया जाएगा।
जम्मू में ‘विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन’ में अपने भाइयों-बहनों के बीच आकर उत्साहित हूँ…
https://t.co/0WlcDgt5FB— Amit Shah (@AmitShah) September 7, 2024
अमित शाह ने विधानसभा चुनाव के निमित्त भाजपा का संकल्प पत्र जारी करने के एक दिन बाद राज्य की पहली चुनावी रैली में कहा कि एनसी और कांग्रेस मिलकर यहां आतंकवाद फैलाना चाहते हैं। साथ ही गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलित का आरक्षण छीनना चाहते हैं। यही नहीं इन्हें मौका दिया तो ये लोग क्रिमिनल को बाहर कर देंगे और नियंत्रण रेखा (एलओसी) से पाकिस्तान तक व्यापार शुरू हो जाएगा।
आज जम्मू में भाजपा के कार्यकर्ताओं से संवाद कर ऊर्जान्वित महसूस कर रहा हूँ।
मोदी जी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद व भ्रष्टाचार की समाप्ति हो रही है और निरंतर विकास के कार्य हो रहे हैं। चाहे वंचितों को आरक्षण हो, महिलाओं को अधिकार हो या युवाओं के लिए अवसरों की उपलब्धता… pic.twitter.com/K1hV1HYIeZ
— Amit Shah (@AmitShah) September 7, 2024
एनसी और कांग्रेस देश के दो झंडे लाना चाहते हैं
कांग्रेस और एनसी के 10 एजेंडों पर बात करते हुए अमित शाह ने यह भी कहा कि ये दोनों दल मिलकर देश के दो झंडे लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी को एक बात बता देना चाहता हूं कि आप कितना भी प्रयास कर लो, हम गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलित को मिल रहे आरक्षण को कम नहीं होने देंगे। वे आतंकवाद की बात करते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं करना चाहते हैं। वे जम्मू, पुंछ, राजौरी और डोडा में आतंकवाद की मशीन लगाना चाहते हैं। वे किसी भी हालत में पाकिस्तान से बात करना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे।’
गृह मंत्री ने कहा कि इंडी गठबंधन जनता को उल्लू बनाने में लगा हुआ है कि वे जम्मू और कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलवाएंगे। उन्होंने कहा कि ये उनसे मुमकिन नहीं है, यदि कोई कर पाएगा, तो वो सिर्फ मोदी सरकार। कश्मीर को आतंकवाद से दो-चार होना पड़ा है। पिछली सरकारों ने आतंकवाद पर आंखें मूंदा रखा। कुछ लोग हैं, जो यहां आकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन जरा सी कोई दिक्कत होती है तो वो सीधे दिल्ली भाग जाते हैं।