लोकसभा में जयशंकर के संबोधन के बीच विपक्ष पर भड़के अमित शाह, कहा – ‘उन्हें भारत के विदेश मंत्री पर नहीं, पाकिस्तान पर है भरोसा’
नई दिल्ली, 28 जुलाई। गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के बीच विपक्ष पर अचानक भड़क उठे, जब विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के वक्तव्य के दौरान विपक्ष के कई नेता हंगामा करते हुए व्यवधान उत्पन्न कर रहा था। विपक्ष के हंगामे के बीच शाह ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें भारत के विदेश मंत्री पर नहीं, पाकिस्तान पर भरोसा है। इसलिए वे उधर बैठे हैं और अगले 20 वर्षों तक वहीं बैठने वाले हैं।
‘इसलिए वे उधर बैठे हैं और अगले 20 वर्षों तक वहीं बैठने वाले हैं’
अमित शाह ने कहा, ‘मुझे इस बात पर आपत्ति है कि भारत देश की शपथ लिए हुए विदेश मंत्री यहां बोल रहे हैं, उन पर भरोसा नहीं है, बल्कि किसी और देश पर भरोसा है। मैं समझ सकता हूं कि उनकी पार्टी में विदेश का क्या महत्व है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी पार्टी की सभी बातें यहां सदन में थोपी जाएं। भारत के विदेश मंत्री पर भरोसा नहीं करोगे। यही कारण है कि वे वहां (विपक्षी बेंचों पर) बैठे हैं और अगले 20 वर्षों तक वहीं बैठने वाले हैं।’
‘मैं मंगलवा को बताऊंगा कि नेता विपक्ष ने अपने वक्तव्य में कितने झूठ बोले’
शाह ने आगे कहा, ‘जब उनके अध्यक्ष बोल रहे थे, तो हम उन्हें धैर्यपूर्वक सुन रहे थे। मैं आपको कल बताऊंगा कि उन्होंने कितने झूठ बोले हैं। अब वे सत्य भी नहीं सुन पा रहे हैं। बैठे-बैठे सबको टोका-टाकी करना सबको आता है। ऐसा नहीं है कि हमें नहीं आता है। लेकिन, जब इतने गंभीर विषय पर चर्चा हो रही हो तो सरकार के प्रमुख विभाग के मंत्री को बोलते हुए टोकना क्या ये विपक्ष को शोभा देता है? अध्यक्ष जी, आप उन्हें समझाइए, वरना हम भी बाद में अपने सदस्यों को कुछ नहीं समझा पाएंगे।’
वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर अडिग है, खासकर जब यह पाकिस्तान से शुरू होता है। उन्होंने यह भी साफ किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर कोई बातचीत नहीं हुई।
