अमित शाह ने बिहार चुनाव पर भाजपा कोर ग्रुप की अहम बैठक बुलाई, चुनावी रणनीति और सीट बंटवारे पर हुई चर्चा
नई दिल्ली, 3 सितम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को बिहार भाजपा कोर कमेटी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देना और रणनीति पर विचार-विमर्श करना था।
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवम्बर को समाप्त हो रहा
दरअसल, बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवम्बर, 2025 को समाप्त हो रहा है और माना जा रहा है कि सितंबर-अक्टूबर में चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति और सीट बंटवारे पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
बिहार भाजपा कोर ग्रुप की बैठक के प्रमुख मुद्दे
- शाह और नड्डा ने एनडीए के घटक दलों को, जिसमें जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर), और राष्ट्रीय लोक मोर्चा जैसी पार्टियां शामिल हैं, दी जाने वालीं सीटों पर कोर ग्रुप के नेताओं से चर्चा की। साथ ही पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे के आधार पर 243 विधानसभा सीटों पर भाजपा और सहयोगी दलों की स्थिति का आकलन किया गया।
- पार्टी सूत्रों के अनुसार चुनाव के मुख्य मुद्दे, एंटी-इनकंबेंसी से संबंधित मुद्दे और सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कमजोर और मजबूत क्षेत्रों की गई पहचान वाली सीट और कुछ विधायकों के टिकट काटने पर विचार किया गया।
- इसके अलावा हाल ही में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ कथित अपशब्दों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार भाजपा इस मुद्दे को चुनावी रणनीति के तौर पर इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। इसके जवाब में भाजपा महिला मोर्चा ने गुरुवार, चार सितम्बर को पांच घंटे (सुबह सात से मध्याह्न 12 बजे तक) के लिए बिहार बंद का एलान किया है।
जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने और भाषणबाजी कम करने की सलाह
बताया यह भी जा रहा है कि अमित शाह ने बिहार भाजपा नेताओं को जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने और भाषणबाजी कम करने की सलाह दी। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व बिहार भाजपा की सिर्फ मीडिया में सक्रियता और जमीनी निष्क्रियता से नाखुश है। नेताओं को बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और विपक्ष के नैरेटिव को काटने की रणनीति पर काम करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा बैठक में एनडीए की एकता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को मजबूत करने पर भी जोर दिया गया।
अमित शाह व पीएम मोदी का बिहार दौरा जल्द
पार्टी सूत्रों के अनुसार आगामी योजनाओं को लेकर अमित शाह जल्द ही बिहार का दौरा कर सकते हैं, जिसमें कई कार्यक्रम और जनसभाएं शामिल हो सकती हैं। इसके अलावा, 15 सितम्बर को पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की भी चर्चा है, जहां वे कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
कुल मिलाकर देखें तो इस बैठक को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और एनडीए की रणनीति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है है। भाजपा का लक्ष्य विपक्ष, खासकर आरजेडी और कांग्रेस के नैरेटिव को काटते हुए बिहार में एनडीए की जीत सुनिश्चित करना है।
विपक्षी गठबंधन कितना भी जोर लगा ले..आएगी तो डबल इंजन की सरकार ही
इस बैठक के नतीजे बिहार की सियासत को नई दिशा दे सकते हैं। उस मुद्दे पर बिहार भाजपा के नेता ने कहा कि चुनाव है तो ऐसी बैठकें होती रहेंगी। जहां तक इंडी गठबंधन का सवाल है, चाहे वो कितना भी दम लगा लें..आएगी तो वहां डबल इंजन की सरकार ही।
बैठक में ये नेता रहे मौजूद
बिहार भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, दोनों उप मुख्यमंत्री – सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, सह-प्रभारी दीपक प्रकाश, संगठन महामंत्री भिखूभाई दलसानिया और क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
