सऊदी में अमेरिका के साथ बैठक के बीच रूस बोला – ‘जरूरत पड़ी तो जेलेंस्की से बात करेंगे पुतिन…’
नई दिल्ली, 18 फरवरी। लगभग तीन वर्षों से रूस व यूक्रेन के बीच जारी युद्ध खत्म करने की दिशा में अमेरिका ने रूस के साथ रियाद (सऊदी अरब) में बैठक की है। बैठक में इन दोनों देशों के प्रतिनिधियों के अलावा सऊदी के प्रतिनिधि भी शामिल रहे, लेकिन यूक्रेन की तरफ से किसी को भी बैठक में नहीं बुलाया गया था।
खैर, बैठक के बीच ही रूस रूस ने घोषणा की है कि यदि बहुत जरूरत पड़ी तो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात कर सकते हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यह जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी समझौते का कानूनी आधार तय होना चाहिए, खासकर इस संदर्भ में कि जेलेंस्की की वैधता पर सवाल हो सकता है।
बिना पूछे किए गए समझौते स्वीकार नहीं करेंगे – जेलेंस्की
वहीं कीव में जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया है कि यूक्रेन किसी भी शांति समझौते को बिना उसकी सहमति के स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने पिछले हफ्ते कहा था, ‘हम, एक संप्रभु देश के रूप में किसी भी समझौते को बिना हमसे पूछे स्वीकार नहीं कर सकते।’ उल्लेखनीय है कि यूक्रेन और रूस दोनों ने ही अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता पर कोई भी समझौता करने से इनकार कर दिया है।
पुतिन और जेलेंस्की से ट्रंप की बात
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से शांति वार्ता की दिशा में प्रयासरत हैं। इसी क्रम में उन्होंने पुतिन और जेलेंस्की से टेलीफोन पर बात भी की है। हालांकि, इस दौरान तनाव तब और बढ़ गया, जब यूक्रेन को दरकिनार कर ट्रंप ने सबसे पहले पुतिन से बात की, और जंग समाप्त करने को लेकर चर्चा की। इसके बाद वह जेलेंस्की पर सुरक्षा के बदले यूक्रेन का 50 फीसदी मिनिरल्स अमेरिका को सौंपने का दबाव बना रहे हैं, जिसपर जेलेंस्की राजी भी हो गए हैं।
वस्तुतः सऊदी अरब में हुई बैठक का मकसद रूस-अमेरिका के राष्ट्रध्यक्षों के बीच बैठक का आधार तैयार करना है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप-पुतिन की मुलाकात कब होगी। वैसे बताया जा रहा है कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच बैठक जल्द होगी।
रूस-यूक्रेन के बीच हमले जारी!
फिलहाल रूस-अमेरिका बैठक के बाद भी रूस व यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। रूस ड्रोन के साथ यूक्रेनी राजधानी कीव पर हमला कर रहा है। यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार रूसी सैनिकों ने रातभर यूक्रेन पर 176 ड्रोन भेजे, जिनमें से अधिकतर को नष्ट कर दिया गया।
