ईरान में अपहृत तीनों भारतीय बचाए गए, तेहरान पुलिस ने बंधकों के कब्जे से छुड़ाया
तेहरान, 4 जून। ईरान में अपहृत तीन भारतीय नागरिकों को बचा लिया गया है। ईरान की अर्द्ध-सरकारी मीडिया एजेंसी तस्नीम न्यूज ने यह जानकारी दी है। भारत में मौजूद ईरानी दूतावास ने भी एक्स पर एक पोस्ट कर इस बाबत बताया है।
तीनों भारतीय पंजाब के रहने वाले थे, जिन्हें एजेंट ने ऑस्ट्रेलिया भेजने का झांसा देकर ईरान पहुंचा दिया था। तेहरान पहुंचने पर तीनों लापता हो गए थे। बाद में कुछ लोगों ने परिवार से संपर्क करके दावा किया था कि उन्हें अगवा कर लिया गया है और फिरौती की मांग की गई थी।
तेहरान पुलिस ने काररवाई के दौरान बचाया
तस्नीम न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों भारतीय गत माह एक मई से लापता थे। उन्हें दक्षिणी तेहरान के एक शहर वरामिन में रखा गया था, जहां तेहरान पुलिस ने काररवाई के दौरान उन्हें बचाया। पंजाब प्रांत के रहने वाले तीनों भारतीय ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए ईरान पहुंचे थे। एक स्थानीय ट्रैवल कम्पनी ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया में नौकरी देने का वादा किया था। उन्हें पहले सीधे ऑस्ट्रेलिया पहुंचाने का वादा किया गया था, लेकिन आखिरी समय में एजेंट ने उन्हें बहाना बनाकर ईरान की फ्लाइट में बैठा दिया।
तेहरान पहुंचते ही कर लिया गया था अगवा
तेहरान में पहुंचने के बाद गत एक मई को तीनों भारतीयों को अगवा कर लिया गया। अपहरण की सूचना तेहरान पुलिस को उसी दिन दे दी गई थी, जिस दिन वे उतरे थे। 29 मई को नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास ने बताया था कि वह एक महीने पहले तेहरान से लापता हुए तीन भारतीय नागरिकों के मामले की जांच कर रहा है।
अपहरणकर्ताओं ने की थी फिरौती की मांग
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तीनों भारतीय नागरिकों की पहचान संगरूर के हुशनप्रीत सिंह, एसबीएस नगर के जसपाल सिंह और पंजाब के होशियारपुर के अमृतपाल सिंह के रूप में की गई है। एक परिवार के हवाले से बताया गया है कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें छोड़ने के लिए फिरौती की मांग की थी। संगरूर निवासी हुशनप्रीत की मां ने कहा कि एजेंट ने परिवार से पैसे लिए लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया भेजने के बजाय ईरान भेज दिया गया। रिपोर्ट में परिवार को तस्वीरें और वीडियो मिलने की बात कही गई है, जिसमें पुरुषों के हाथ बंधे हुए हैं और उनके शरीर पर कट और चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं।
