ITR के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त : 31 जुलाई तक 7.28 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए गए
नई दिल्ली, 2 अगस्त। देश में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या ने इस बार अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। दरअसल, वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 31 जुलाई तक रिकॉर्ड 7.28 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल किए गए जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 6.77 करोड़ थी। इस प्रकार देखें तो पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार आयकर दाताओं की संख्या में 7.5 फीसदी की वृद्धि हुई है।
आयकर दाताओं की संख्या में 7.5 फीसदी की वृद्धि
आयकर विभाग ने X पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी। आकलन वर्ष 2024-25 के लिए दाखिल किए गए आयकर रिटर्न (ITR) की तुलना में पिछले वर्ष 6.77 करोड़ दाखिल किए गए थे। आयकर विभाग ने एक बयान में कहा कि कुल 7.28 करोड़ में से 5.27 करोड़ नई कर व्यवस्था जबकि पुरानी कर व्यवस्था में 2.01 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए।
The Income Tax Department appreciates taxpayers & tax professionals for timely compliance, resulting in a record surge in the filing of Income Tax Returns (ITRs).
Here are the key highlights:
👉More than 7.28 crore ITRs for AY 2024-25 filed till 31st July, 2024, a 7.5% increase… pic.twitter.com/CzbgZEMUWi
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) August 2, 2024
अंतिम दिन 31 जुलाई को 69.92 लाख से अधिक ITR दाखिल
उल्लेखनीय है कि वेतनभोगी करदाताओं और अन्य गैर-कर लेखा परीक्षा मामलों के लिए आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई, 2024 निर्धारित की गई थी। उस दिन 69.92 लाख से अधिक आईटीआर दाखिल किए गए थे। कर विभाग ने एक बयान में कहा कि आकलन वर्ष 2024-25 के लिए रिकॉर्ड संख्या में आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए गए हैं। यह दाखिल रिटर्न का नया रिकॉर्ड है। पिछले साल 6.77 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए थे।
पहली बार रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 58.57 लाख
विभाग के बयान के मुताबिक, ‘आकलन वर्ष 2024-25 के लिए दाखिल किए गए कुल 7.28 करोड़ आईटीआर में से नई कर व्यवस्था के तहत 5.27 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए हैं। वहीं पुरानी कर व्यवस्था में दाखिल रिटर्न की संख्या 2.01 करोड़ है।’ आयकर विभाग के बयान के अनुसार पहली बार रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 58.57 लाख थी, जो कर आधार के विस्तार का एक अच्छा संकेत है।
जीएसटी संग्रह जुलाई में 10.3% बढ़कर 1.82 लाख करोड़ रुपये के पार
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जुलाई में 10.3 प्रतिशत बढ़कर 1.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। जीएसटी लागू होने के बाद से किसी महीने में दर्ज तीसरा सर्वाधिक कर संग्रह है। केंद्र सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कुल रिफंड 16,283 करोड़ रुपये रहा। इस रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी संग्रह 14.4 प्रतिशत बढ़कर 1.66 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा।
जुलाई में सकल जीएसटी राजस्व 1,82,075 करोड़ रुपये रहा। इसमें 32,386 करोड़ रुपये का केंद्रीय जीएसटी, 40,289 करोड़ रुपये का राज्य जीएसटी और 96,447 करोड़ रुपये का एकीकृत जीएसटी शामिल है। मुआवजा उपकर संग्रह 12,953 करोड़ रुपये रहा। जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी घरेलू गतिविधियों से संचालित रही।
जुलाई में घरेलू गतिविधियों से संग्रह 8.9% बढ़कर 1.34 लाख करोड़ रुपये हुआ
जुलाई में घरेलू गतिविधियों से संग्रह 8.9 प्रतिशत बढ़कर 1.34 लाख करोड़ रुपये हो गया। आयात से राजस्व 14.2 प्रतिशत बढ़कर 48,039 करोड़ रुपये हो गया। अप्रैल, 2024 में सकल जीएसटी संग्रह 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया था। उसके पहले अप्रैल, 2023 में अप्रत्यक्ष कर संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा था।