राज्यसभा उपचुनाव : सभी 12 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित, उच्च सदन में बहुमत के आंकड़े तक पहुंचा एनडीए
नई दिल्ली, 27 अगस्त। नौ राज्यों की 12 सीटों पर आगामी तीन सितम्बर को प्रस्तावित उपचुनाव से पहले ही सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। दरअसल, आज नाम वापसी का अंतिम दिन था और निर्धारित अवधि समाप्त होते ही इन 12 उम्मीदवारों की जीत की औपचारिकता पूरी हो गई क्योंकि उनके सामने कोई अन्य प्रत्याशी नहीं था। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है।
भाजपा के सर्वाधिक नौ उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
असम, बिहार और महाराष्ट्र की दो-दो सीटों पर और हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना व ओडिशा की एक-एक सीट पर ये प्रत्याशी जीते हैं। चूंकि कई राज्यसभा सदस्यों ने इस बार लोकसभा चुनाव लड़कर जीत दर्ज की, लिहाजा उनके इस्तीफे के बाद उक्त राज्यों में उच्च सदन की ये सीटें खाली हुई थीं। निर्विरोध चुने गए सदस्यों में भाजपा के नौ, कांग्रेस, एनसीपी (अजित पवार) राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) का एक सदस्य निर्वाचित हुआ है।
इन सदस्यों के इस्तीफे से खाली हुई थीं उच्च सदन की 12 सीटें
उल्लेखनीय है कि असम में कामाख्या प्रसाद ताशा और सर्वानंद सोनोवाल, बिहार में मीसा भारती और विवेक ठाकुर, हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा, मध्य प्रदेश के ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया, महाराष्ट्र से छत्रपति उदयन राजे भोसले, पीयूष वेदप्रकाश गोयल, राजस्थान से केसी वेणुगोपाल और त्रिपुरा से बिप्लब देव के लोकसभा सदस्य चुने जाने और तेलंगाना के केशव राव व ओडिशा की ममता मोहंता के इस्तीफे से 12 सीटें खाली हुई थीं। अब चुने गए सदस्य निवर्तमान सदस्यों के बाकी बचे कार्यकाल के लिए होंगे। निवर्तमान सदस्यों का कार्यकाल 2028 तक के लिए था।
ये हैं निर्विरोध निर्वाचित सदस्य
भाजपा के निर्वाचित सदस्यों की बात करें तो असम से मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, बिहार से मनन कुमार मिश्रा, हरियाणा से किरण चौधरी, मध्य प्रदेश से केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन, महाराष्ट्र से धैर्यशील पाटिल, ओडिशा से ममता मोहंता, राजस्थान से रवनीत सिंह बिट्टू और त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्जी की निर्विरोध जीत दर्ज हुई है।
कांग्रेस के अभिषेक मनुसिंघवी ने तेलंगाना से राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। वहीं एनसीपी (अजीत पवार) के नितिन पाटिल ने महाराष्ट्र और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार से निर्विरोध चुनाव जीता है।
सभी सीटों पर 3 सितम्बर को होना था चुनाव
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने इसी माह राज्यसभा उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी की थी। इसमें नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त थी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आज (27 अगस्त) थी। मतदान तीन सितम्बर को संबंधित राज्यों की विधानसभाओं में सुबह नौ बजे से चार बजे तक होना था और उसी शाम पांच बजे से मतगणना होगी और रात तक नतीजे आने वाले थे। लेकिन नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख को सभी 12 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए।
राज्यसभा में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर 96 पहुंची
उप चुनाव के बाद राज्यसभा में अब भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 96 हो गई है। वहीं एनडीए सदस्यों की संख्या भी बढ़कर 112 हो गई है। 245 सदस्यों की राज्यसभा में अभी आठ सीटें और खाली हैं। इनमें चार जम्मू-कश्मीर की और चार मनोनीत सदस्यों की सीटें शामिल हैं। इस तरह राज्यसभा में वर्तमान में बहुमत का आंकड़ा 119 सदस्यों का है। हालांकि एनडीए को छह मनोनीत और एक निर्दलीय का भी समर्थन प्राप्त है और इस तरह एनडीए ने बहुमत के आंकड़ा छू लिया है।
कांग्रेस की नेता विपक्ष की कुर्सी भी सुरक्षित रहेगी
कुल मिलाकर देखें तो भाजपा को अब राज्यसभा में कोई भी महत्वपूर्ण बिल पारित कराने के लिए बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, बीआरएस और एआईएडीएमके पर निर्भर नहीं रहना होगा। उधर, कांग्रेस की राज्यसभा में नेता विपक्ष की कुर्सी भी सुरक्षित रहेगी क्योंकि उसके सदस्यों की संख्या एक बढ़कर अब 27 हो गई है, जो कि नेता विपक्ष की कुर्सी के लिए जरूरी 25 सीटों से दो अधिक है।