अखिलेश यादव का सीएम योगी पर तंज, बोले – ‘लखनऊ में सीएम आवास के नीचे भी शिवलिंग, वहां खुदाई कराएं’
लखनऊ, 29 दिसम्बर। संभल में 46 वर्षों से बंद पड़ा मंदिर खोले जाने के बाद खुदाई में बिलारी की रानी की बावड़ी व पुराना कुआं मिलने और कई अन्य जिलों में मंदिर व शिवलिंग होने के दावों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा है कि सीएम आवास की भी खुदाई होनी चाहिए क्योंकि उसके नीचे भी शिवलिंग है।
दरअसल, अखिलेश यादव आज सपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में सीएम योगी जिस मुख्यमंत्री आवास में रहते हैं, उसके नीचे भी शिवलिंग है। उन्होंने सीएम आवास की भी खुदाई की मांग कर दी। अखिलेश ने कहा, मुख्यमंत्री आवास के नीचे शिवलिंग है। यह हमारी जानकारी है। इसकी भी खुदाई होनी चाहिए।’
संभल में हो रही खुदाई को लेकर भी साध चुके हैं निशाना
अखिलेश यादव के इस दावे के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। अखिलेश इससे पहले भी संभल में हो रही खुदाई को लेकर निशाना साध चुके हैं। अब मुख्यमंत्री आवास की खुदाई कराने की मांग के पीछे की उनकी रणनीति और मंशा को सीधे संभल में चल रही खुदाई से जोड़ा जा रहा है। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद से प्रशासन मुस्लिम इलाकों में लगातार बिजली चोरी और मंदिर के जीर्णोद्वार कराने में जुटा है। यहां पर कई पुराने कुओं को दोबारा खुदाई कर नया जीवन दिया जा रहा है। जमीन के अंदर चली गईं बावड़ियों पर भी खुदाई चल रही है।
सपा प्रमुख ने कहा, ‘मैं जब नए घर में जा रहा था तो पीआईएल हुई थी। भाजपा और कांग्रेस दोनों के पीआईएल करने वालों को मैं जानता हूं।’ उन्होंने अवैध अतिक्रमण बुलडोजर एक्शन को लेकर राजभवन के बाहर हुए कंस्ट्रक्शन का मामला उठाते हुए पूछा कि उसका नक्शा क्या पास है? वहां बुलडोजर कब जाएगा?
अखिलेश यादव पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर चल रही अव्यवस्था पर भी सवाल उठा रहे हैं। एक्स पर इसे लेकर कई वीडियो पोस्ट किए हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा, ‘अगर हमारे कार्यकर्ताओं पर मुकदमे लगे तो कुम्भ मेले में अव्यवस्था की पूरी पोल खोल देंगे।’
नड्डा व शाह सहित अन्य नेताओं को महाकुम्भ का न्यौता देने पर की खिंचाई
वहीं सीएम योगी का दिल्ली जाकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम नेताओं को महाकुम्भ का न्योता देने पर भी अखिलेश ने सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि कुम्भ में निमंत्रण नहीं दिया जाता है। कुम्भ में लोग अपने आप आस्था से आते हैं। मैं किसी के बारे में कुछ कहना नहीं चाहता। हमने अपने धर्म में सीखा और पढ़ा है कि ऐसे आयोजनों में लोग खुद आते हैं। जो करोड़ो लोग आएंगे, क्या उन्हें निमंत्रण दिया जाता है? ये सरकार अलग है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गंगा एक्सप्रेस वे कुंभ से पहले शुरू होने की बात कही थी, लेकिन कहां यह चालू हुआ।
ईवीएम पर एक बार फिर सवाल उठाया
अखिलेश ने ईवीएम पर एक बार फिर सवाल उठाया और कहा, ‘यहां ईवीएम के कारण हारने वाले को हार का और जीतने वाले को जीत का विश्वास नहीं होता है। इसलिए हम मांग करते हैं कि बैलेट से ही चुनाव कराया जाए।’