नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। ऑल इंडिया यूनाइटेड फ्रंट (AIUDF) के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने देश के मुसलमानों को लेकर कहा कि मुसलमान चोरी, डकैती, रेप और लूटपाट जैसे अपराध करने और जेल जाने में नंबर वन पर हैं। बदरुद्दीन के इस बयान पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नाराजगी जताई है। उनके इस बायन पर विरोध होने के बावजूद बदरुद्दीन इस पर टिके हुए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने जो बयान दिया है उसमें कुछ भी गलत नहीं है।
मुसलमानों पर टिप्पणी करते हुए एआईयूडीएफ चीफ ने कहा कि क्राइम रेट में मुसलमानों के ज्यादा शामिल होने का कारण शिक्षा में होने वाली कमी है। बदरुद्दीन अजमल परफ्यूम्स के कारोबारी हैं और AIUDF के चीफ हैं। असम में रहने वाले मुसलमानों के बीच वह काफी प्रचलित हैं। राजनीति में भी वह अच्छी पकड़ रखते हैं। मौजूदा समय में असम की 126 सीटों वाली विधानसभा में AIUDF के 15 विधायकों का कब्जा है।
- मुसलमानों में शिक्षा की कमी
असम के गोलपारा जिले में एक एलुमिनाई मीट में बोलते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में मैंने मुसलमानों में शिक्षा की कमी देखी है। शिक्षा पर जोर देते और समुदाय में इसके प्रति जागरुकता न होने पर उन्होंने दुख जताया। बदरुद्दीन ने कहा कि युवाओं के लिए शिक्षा बहुत महत्व रखता है पर हमारे बच्चे अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते। यही कारण है कि क्राइम रेट बढ़ते जा रहे हैं।
लड़कियों की सुरक्षा को लेकर भी उन्होंने अहम टिप्पणी की। बदरुद्दीन ने कहा कि लड़कों को लड़कियों के लिए अच्छी सोच रखनी चाहिए। जो औरत को देखते ही उत्तेजित हो जाते हैं उन्हें बता दें कि इस्लाम में इन व्यवहारों को अच्छा नहीं माना गया है। जैसी सोच अपने घर में रह रही औरतों के लिए रखते हैं वैसी ही सोच उन्हें दुसरों के लिए भी रखनी चाहिए।
- सरकार को दिया जाता है दोष
अजमल के अनुसार मुसलमानों के विकास में रोक की बड़ी वजह साक्षरता दर में कमी है। लेकिन इसका पूरा दोष सरकार को दे दिया जाता है। सरकार द्वारा हमारे अल्पसंख्यक क्षेत्र में से डॉक्टर या इंजिनियर मांगे जाने पर हम उन्हें कुछ भी नहीं दे सकते हैं पर समुदाय अपनी शिक्षा में कमी का दोष सरकार पर डाल देती है।