एअर इंडिया की नई नीति : अब अवकाश ग्रहण करने के बाद भी विमान उड़ा सकेंगे पायलट
नई दिल्ली, 2 अगस्त। एअर इंडिया ने अपने बेड़े में विमानों की संख्या बढ़ने के बीच सेवानिवृत्ति के बाद भी पायलटों को सेवा देने की नीति बनाई है। कम्पनी के पायलट फिलहाल 58 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं। एअर इंडिया के एचआर प्रमुख की ओर से जारी पत्र में यह जानकारी दी गई है।
5 वर्षों की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर सेवा विस्तार
टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली विमानन कम्पनी की नई नीति के अनुसार एअर इंडिया अपने चयनित पायलटों को सेवानिवृत्ति के बाद पांच वर्षो की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर सेवा विस्तार देगी। इस अनुबंध को 65 वर्ष की आयु तक बढ़ाया जा सकता है।
65 वर्ष की आयु तक बढ़ाया जा सकता है अनुबंध
टाटा समूह के आंतरिक दस्तावेजों से मिली जानकारी के अनुसार कम्पनी ने अपने बेड़े की विस्तार योजना को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय किया है। 29 जुलाई को एयरलाइन के दस्तावेज में कहा गया, ‘नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) एअर इंडिया की सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष की तुलना में पायलटों को 65 वर्ष की आयु तक विमान उड़ाने की अनुमति देता है। पायलटों को 65 वर्ष की आयु तक उड़ान भरने की अनुमति देना इंडस्ट्री में अधिकतर एयरलाइनों द्वारा पालन किया जाता है।’