अमित शाह का TMC पर हमला – ममता बनर्जी ‘मां, माटी, मानुष’ को छोड़कर ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ की खातिरदारी कर रहीं
उत्तर 24 परगना, 15 मई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ‘मां, माटी, मानुष’ का वादा करके सत्ता में आईं, लेकिन गद्दी पर बैठने के बाद वह ‘मुल्ला, मदरसा और माफिया’ की खातिरदारी कर रही हैं।
बंगाल में इमामों को मानदेय, लेकिन पुजारियों को कुछ नहीं
अमित शाह ने मंगलवार को उत्तर 24 परगना के बनगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “तृणमूल नेता ‘मां, माटी, मानुष’ के नारे पर सत्ता में आई थी। हालांकि, अब उनका ध्यान केवल ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ पर केंद्रित हो गया है। बंगाल में ममता सरकार इमामों को मानदेय दे रही है, लेकिन मंदिरों के पुजारियों कुछ नहीं दिया जा रहा है। बंगाल सरकार ने मुहर्रम पर ताजिया जुलूस में कोई बाधा नहीं आए, इसलिए दुर्गा पूजा और काली पूजा पर विसर्जन जुलूस में बाधाएं पैदा की।”
अपने वोटबैंक के लिए CAA का विरोध करने वाली ममता दीदी को बंगाल की जनता ने सबक सिखाने का मन बना लिया है। बनगाँव जनसभा से लाइव…. https://t.co/JHAIeqRLGi
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) May 14, 2024
अयोध्या में राम लला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘ममता दीदी औपचारिक निमंत्रण मिलने के बावजूद एक वर्ग को खुश करने के लिए उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुईं। कुछ लोग उनके वोट बैंक हैं, आप नहीं हैं। वह अपने वोट बैंक को गलत तरीके से नष्ट करने से डरती हैं।’
ममता बनर्जी CAA को लेकर लोगों को गुमराह कर रहीं
वरिष्ठ भाजपा नेता ने सीएम बनर्जी पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह केंद्रीय कानून पर लोगों को ‘गुमराह’ कर रही हैं, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अप्रवासी अल्पसंख्यकों को शरण और स्थायी निवास देना है।
CAA का उद्देश्य किसी को कोई नुकसान पहुंचाना नहीं
उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी लोगों को यह कहकर गुमराह कर रही हैं कि सीएए लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकता है। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस कानून का उद्देश्य किसी को कोई नुकसान पहुंचाना नहीं है। सभी वास्तविक नागरिक यहां सम्मान के साथ अपना जीवन जी सकते हैं। दुनिया की कोई भी ताकत हिन्दू, सिख और जैन शरणार्थियों को देश का नागरिक बनने से नहीं रोक सकती।’