कांग्रेस की किरकिरी कराने के बाद सैम पित्रोदा का इंडियन ओवरसीज चेयरमैन पद से इस्तीफा
नई दिल्ली, 8 मई। अपनी एक नस्लीय टिप्पणी से भारतीय राजनीति में तूफान पैदा करने के साथ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की किरकिरी कराने के बाद सैम पित्रोदा ने शाम होते-होते इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस महासचिव जयराम नरेश ने बुधवार शाम यह जानकारी देते हुए बताया कि पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पित्रोदा का इस्तीफा तत्काल स्वीकार कर लिया।
श्री सैम पित्रोदा ने अपनी मर्ज़ी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है।
Mr. Sam Pitroda has decided to step down as Chairman of the Indian Overseas Congress of his own accord. The Congress…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 8, 2024
उल्लेखनीय है एक अखबार को दिए इंटरव्यू में सैम पित्रोदा की नस्लीय टिप्पणी को लेकर भारतीय राजनीति में बुधवार की सुबह से ही विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पित्रोदा व कांग्रेस पर निशाना साधा और दावा किया कि इससे विपक्षी दल की विभाजनकारी राजनीति बेनकाब हो गई है। कांग्रेस ने हालांकि पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को अलग करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया था। पार्टी ने कहा कि वह इन टिप्पणियों से खुद को ‘पूरी तरह से अलग’ करती है।
सैम पित्रोदा की इस विवादित टिप्पणी से मचा बवाल
दरअसल, पित्रोदा ने सोशल मीडिया व्यापक रूप से प्रसारित एक पॉडकास्ट में कहा था, ‘हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं। हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं। भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।’