कर्नाटक : अश्लील वीडियो केस में फंसे पूर्व पीएम देवगौड़ा के पौत्र प्रज्वल रेवन्ना, सीएम सिद्धारमैया ने गठित की SIT
बेंगलुरु, 28 अप्रैल। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पौत्र और कर्नाटक के हासन से जनता दल (सेक्युलर) के मौजूदा सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कथित अश्लील वीडियो का मामला सामने आया है। राज्य में यह चर्चा भी तेजी से फैल गई है कि वीडियो प्रकरण सामने आने के बाद हासन से जेडीएस उम्मीदवार रेवन्ना विदेश चले गए हैं।
फिलहाल रेवन्ना से जुड़ा अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने महिला आयोग की मांग पर मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है।
सीएम सिद्धारमैया ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना के कथित अश्लील वीडियो मामले में एक विशेष जांच दल गठित करने का निर्णय लिया है। हासन जिले में अश्लील वीडियो क्लिप प्रसारित हुआ, जिसमें ऐसा प्रतीत होता है कि महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। महिला आयोग की अध्यक्ष के अनुरोध पर एसआईटी जांच कराने का निर्णय लिया गया है।
सिद्धारमैया ने एक्स पर लिखा, ‘इस मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष ने सरकार को एसआईटी जांच कराने के लिए पत्र लिखा था। उनके अनुरोध के जवाब में यह निर्णय लिया गया है।’ इससे पहले गत 25 अप्रैल को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कथित वीडियो प्रसारित होने के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने सिद्धारमैया से एसआईटी जांच शुरू करने का अनुरोध किया था।
भाजपा ने अश्लील वीडियो प्रकरण से बनाई दूरी
इस बीच भाजपा ने प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित स्लीज टेप के विवाद से दूरी बना ली है। भाजपा राज्य में जद (एस) के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही है और रेवन्ना हासन से एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं।
भाजपा की राज्य इकाई के मुख्य प्रवक्ता एस. प्रकाश ने कहा, ‘एक पार्टी के रूप में हमारे पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है। वीडियो से भाजपा का कोई लेना देना नहीं है और न ही हमें प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित सेक्स स्कैंडल की राज्य सरकार द्वारा घोषित एसआईटी जांच पर कोई टिप्पणी करनी है।
भाजपा की राज्य इकाई के एक अन्य प्रवक्ता डॉ. नरेंद्र रंगप्पा ने कहा कि कोई टिप्पणी नहीं। भाजपा के सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने कथित स्लीज टेप मामले पर आधिकारिक तौर पर प्रतिक्रिया नहीं देने का फैसला किया है क्योंकि राज्य में उसके कई वरिष्ठ नेता इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।