अबू धाबी में हिन्दू मंदिर के उद्घाटन के बाद बोले पीएम मोदी – ‘मैं मां भारती का सबसे बड़ा पुजारी, 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य’
अबू धाबी, 14 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां श्री बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्थान (BAPS) द्वारा निर्मित भव्य मंदिर का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह अयोध्या स्थित राम मंदिर के बाद अब अबू धाबी में मंदिर का उद्घाटन कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे मित्र ब्रह्म स्वामी कह रहे थे कि मोदी सबसे बड़े पुजारी हैं। मैं जानता नहीं हूं कि मैं मंदिरों के पुजारी की योग्यता रखता हूं या नहीं, लेकिन इस बात का गर्व अनुभव करता हूं कि मैं मां भारती का पुजारी हूं। परमात्मा ने मुझे जितना समय दिया है, जो शरीर दिया है, उसका कण-कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है। 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘साथियों, अयोध्या के हमारे उस परम आनंद को आज अबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया। मेरा सौभाग्य है कि मैं पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर और फिर अब अबू धाबी में इस मंदिर का साक्षी बना हूं।
उन्होंने कहा, ‘हमारे वेदों ने कहा है कि एकम सत्यं विप्रा बहुदा वदंति अर्थात एक ही ईश्वर को, एक ही सत्य को, विद्वान लोग अलग अलग तरह से बताते हैं। ये दर्शन भारत की मूल चेतना का हिस्सा है, इसलिए हम स्वभाव से ही न केवल सबको स्वीकार करते हैं बल्कि सबका स्वागत भी करते हैं। हमें विविधता में बेर नहीं दिखता, हमें विविधता ही विशेषता लगती है।’
मंदिर की खासियत भी बताई
पीएम मोदी मे बीएपीएस मंदिर की कुछ खास बातों का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, ‘इस मंदिर में आपको पग पग पर विविधता में विश्वास की झलक दिखेगी। हिन्दू धर्म के साथ-साथ इजिप्ट की हाइरोग्लिप और कुरान की कहानियां भी उकेरी गई हैं। मंदिर में प्रवेश करते ही वॉल ऑफ हार्मनी के दर्शन हुए थे। इसके बाद इस बिल्डिंग का इम्प्रेंसिव थ्रीडी एक्सपीरियंस होता है, इसे पारसी समाज ने शुरू करवाया है। लंगर की जिम्मेदारी के लिए सिख भाई आगे आए हैं। मंदिर के निर्माण में हर धर्म के लोगों ने काम किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘मंदिर की सात मीनारें यूएई की सात अमीरातों का प्रतीक है। यही भारतीय का स्वभाव है। हम जहां जाते हैं, वहां की संस्कृति मूल्यों को सम्मान भी देते हैं और आत्मसाध भी करते हैं। सबके सम्मान का यही भाव शेख मोहम्मद के जीवन में भी साफ दिखता है।’
भारत-यूएई के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब है बीएपीएस मंदिर
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अबू धाबी का ये विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थल ही नहीं है, ये मानवता की सांझी विरासत का शेयर्ड हेरिटेज का प्रतीक है। ये भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक है। इसमें भारत-यूएई के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब भी है।