J&K Bank के मुख्य प्रबंधक सज्जाद अहमद बजाज बर्खास्त, आतंकी संगठनों व ISI से संबंधों के खुलासे पर हुई काररवाई
जम्मू, 20 अगस्त। जम्मू एंड कश्मीर बैंक (J&K Bank) ने अपने मुख्य प्रबंधक सज्जाद अहमद बजाज को नौकरी से निकाल दिया है। जम्मू-कश्मीर आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने अपनी जांच में पाया है कि बजाज के पाकिस्तान के आईएसआई और अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध हैं। इस आरोप में उसे बर्खास्त किया गया है।
गौरतलब है कि बजाज को आईएसआई ने ग्रेटर कश्मीर अखबार के मालिक फैयाज कालू की मदद से बैंक में नौकरी दिलाई थी। वह वर्ष 1990 से यहां पर काम कर रहा है, ऐसे में सीआईडी को उसके आतंकवादी-अलगाववादी नेटवर्क से जुड़ा हुआ पाया गया है और उस पर कार्रवाई हुई है।
बजाज को लेकर हुए कई खुलासे
जांच में पाया गया कि बाजाज की गतिविधियां केवल बैंक तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि बतौर संवाददाता वह ग्रेटर कश्मीर से जुड़ी कुछ ऐसी समाचार कहानियां और कॉलम भी लिखा करता था, जिससे यह पता चला है कि वह जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी-आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन करता है।
बजाज आईएसआई के आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र का एक अभिन्न अंग
यही नहीं उस पर यह भी आरोप है कि वह अपने पद का इस्तेमाल कर कुछ चुनिंदा अखबार और मैगजीन को फायदा पहुंचाता था। साथ ही गलत तरीके से ग्रेटर कश्मीर को फायदा भी पहुंचाता था। खुफिया सूत्रों की मानें तो बजाज आईएसआई के आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र का एक अभिन्न अंग था।
68 बैंक खाते चलाता था बजाज
बजाज पर आतंकवादी संगठनों से जुड़े व्यक्तियों के साथ संपर्क बनाए रखने और जैश-ए-मोहम्मद के शब्बीर बुखारी और अल-उमर आतंकवादी संगठन के शब्बीर हुसैन बुच से भी कॉन्टैक्ट बनाए रखने का आरोप है। ऐसे में जिस तरीके से बैंक में वह काम करता था और उसकी तरक्की होती गई, यह भी संदिग्ध था।
सूत्रों ने बताया कि बजाज के खुले अलगाववादी विचारों के बावजूद उसे क्लर्क से संपादक बनाया गया। यही नहीं संपादक के पद के लिए पात्रता मानदंड उनके लाभ के लिए तैयार किए गए थे और आवश्यक परीक्षा पास किए बिना ही उसका प्रोमोश्न कर दिया गया था। बजाज जेएंडके बैंक के भीतर 68 खातों का स्वामित्व और संचालन करता था। उसे राज्य की सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया, इसलिए उसे बर्खास्त किया गया है।