राजस्थान : बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने खोला ‘लाल डायरी’ का राज, गहलोत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
जयपुर, 2 अगस्त। राजस्थान कैबिनेट से कुछ दिनों पहले बर्खास्त किए गए मंत्री व कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा ने ‘लाल डायरी’ के कुछ पन्ने पढ़ते हुए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार के आरोप
राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार को यहां आहूत प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुद को जेल भेजे जाने की आशंका जाहिर की और गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने की योजना बना रही है।
खुद की गिरफ्तारी की जताई आशंका
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुढ़ा के हाथ में कुछ पन्ने थे, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि ये उसी ‘लाल डायरी’ के पन्ने हैं, जिसमें कथित रूप से गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार के सबूत हैं। जेल जाने की आशंका जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर मैं जेल भी गया तो डायरी में नए खुलासे होंगे। इस डायरी में भ्रष्टाचार का ब्योरा है। लाल डायरी में अशोक गहलोत सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के सारे सबूत हैं। वे मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने की योजना बना रहे हैं।’
डायरी के तीन पन्ने पढ़कर सुनाते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने अशोक गहलोत के ओएसडी सौभाग सिंह व पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के बीच हुई बातचीत का जिक्र किया और कहा कि डायरी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) वाला हिसाब करने की बात कही गई है।
डायरी के कुछ हिस्से राजेंद्र गुढ़ा ने पढ़कर भी सुनाए, जो इस प्रकार थे, ‘भवानी शंकर सामोता और राजीव आये। आरसीए चुनाव का हिसाब किया। भवानी सामोता ने ज्यादातर लोगों से जो वादा किया था, वो पूरा नहीं किया तो मैंने कहा – यह ठीक नहीं है। आप इसे पूरा करें। तब भवानी सामोता ने कहा – मैं सीपी साहब की जानकारी में डालता हूं।’
गौरतलब है कि गहलोत सरकार में सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने गत 21 जुलाई को विधानसभा में अपनी ही सरकार को महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा किया था। गुढ़ा ने कहा था कि हमें मणिपुर की चिंता छोड़कर अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। सीएम अशोक गहलोत ने उसी दिन एक पत्र लिखकर राज्यपाल कलराज मिश्र से गुढ़ा को बर्खास्त करने की अनुशंसा कर दी। फिर राजेंद्र गुढ़ा मंत्री से पूर्व मंत्री हो गए।
विधानसभा में उस दिन राजेंद्र गुढ़ा एक लाल डायरी लेकर आए थे, जिसके बारे में उनका दावा है कि उसमें विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़ी जानकारी थी। गुढ़ा जब अध्यक्ष की कुर्सी के करीब पहुंचे तो कांग्रेस विधायकों के साथ धक्का मुक्की हुई। हंगामे के बाद मार्शलों ने गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा से बाहर कर दिया था। कांग्रेस विधायकों ने गुढ़ा से डायरी भी छीन ली थी।