यूपी में बिजलीकर्मियों की हड़ताल 65 घंटे बाद खत्म, ऊर्जा मंत्री ने कहा – बहाल होंगे बर्खास्त कर्मचारी
लखनऊ, 19 मार्च। उत्तर प्रदेश में बिजलीकर्मियों की हड़ताल रविवार को अपराह्न समाप्त हो गई। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने हड़ताल वापस लेने का एलान किया। उन्होंने यह एलान प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से दूसरे दौर की वार्ता पूरी होने के बाद किया।
दरअसल, प्रदेश में 65 घंटे से अधिक समय तक चली बिजलीकर्मियों के हड़ताल से जनता परेशान थी। विभिन्न मांगों को लेकर 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुक्रवार रात 10 बजे से शुरू हुई थी। आज दोपहर जल निगम के फील्ड हॉस्टल संगम में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बीच दूसरे दौर की बैठक में बात बनी। इसके बाद बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म खात्मे का एलान किया।
हड़ताल के दौरान कर्मचारियों के खिलाफ की गई सभी काररवाई वापस होगी
हड़ताल के दौरान जो 3000 लोगों को बर्खास्त किया गया था, 22 लोगों पर एस्मा लगाया था और 29 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था…ये सारी काररवाई वापस लेने का सरकार ने आश्वासन दिया। समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के आह्वान, ऊर्जा मंत्री के आश्वासन और हाई कोर्ट के सम्मान में यह हड़ताल वापस हुई है।
एक बार फिर हड़ताल में कर्मचारियों को कहीं भी कोई लिखित आश्वासन नहीं मिला
हालांकि एक बार फिर से इस पूरी हड़ताल में कर्मचारियों को कहीं भी कोई लिखित आश्वासन नहीं मिला है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने आश्वासन दिया कि हड़ताल के दौरान कर्मचारियो के खिलाफ की गई संपूर्ण काररवाई को वापस लिया जाएगा और इसके लिए उन्होंने यूपीपीसीएल के चेयरमैन को निर्देशित भी किया।
संघर्ष समिति के अन्य मुद्दों को वार्ता के माध्यम से हल किया जाएगा
उन्होंने कहा कि अब तक कर्मचारियों के खिलाफ की गई काररवाई में चाहे एफआईआर हो, निलंबन हो या अन्य किसी प्रकार की काररवाई की गई हो, इसे शीघ्र ही वापस लिया जाएगा। संघर्ष समिति के अन्य मुद्दों पर विचार करने के लिए आने वाले समय में वार्ता के माध्यम से हल किया जाएगा।
ऊर्जा मंत्री ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से भी कहा है कि प्रदेश में जहां कहीं भी विद्युत आपूर्ति बाधित हो, उसे शीघ्र संचालित किया जाए और जो भी कर्मचारी कार्यस्थल पर न हो, वह कार्यस्थल पर जाकर अपनी ड्यूटी करें।