दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने की 8वीं गिरफ्तारी, विज्ञापन के पेशे से जुड़े राजेश जोशी अरेस्ट
नई दिल्ली 9 फरवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की आबकारी नीति में आठवीं गिरफ्तारी की है। ईडी ने कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के मामले में विज्ञापन के पेशे से जुड़े राजेश जोशी को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि जोशी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। गोवा विधानसभा चुनाव में कथित तौर पर रिश्वत लेने-देने के संबंध में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में दाखिल किए अपने दूसरे आरोपपत्र में दावा किया है कि दिल्ली की अब रद कर दी गई आबकारी नीति में कथित रूप से ली गई 100 करोड़ रुपये की रिश्वत के एक हिस्से का इस्तेमाल 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के अभियान में किया गया। ईडी मामले में अभी तक जोशी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी ने अपनी शिकायत में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सरकार के कई अन्य आबकारी अधिकारियों को आरोपी बनाया है।
गौरतलब है कि एक दिन पहले बुधवार को सीबीआई ने हैदराबाद के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुच्ची बाबू गोरंटला को दिल्ली एक्साइज पॉलिसी के निर्माण और कार्यान्वयन में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया है। गोरंटला को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी एमएलसी कविता का पूर्व सहयोगी माना जाता है, जिनका नाम पहले ही मामले में घसीटा जा चुका है। एजेंसी ने कहा कि नीति (एक्साइज पॉलिसी) ने हैदराबाद के थोक और खुदरा लाइसेंसधारियों और उनके लाभार्थी मालिकों को ‘गलत लाभ’ पहुंचाया था।