महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी का विवादित बयान – ‘छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श थे, मैं नया..’
मुंबई, 20 नवम्बर। महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से नेताओं के विवादित बयानों से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है। इसी कड़ी में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने शनिवार को छत्रपति संभाजी नगर (औरंगाबाद) में डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के 62वां दीक्षांत समारोह में सीधे तौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर विवादित बयान दे दिया।
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान स्वतंत्रता वीर सावरकर को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा था कि सावरकर को अंग्रेजों से पेंशन मिलती थी और उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। वहीं, सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘नेहरू ने एक महिला के लिए देश का विभाजन किया।’
गडकरी व शरद पवार की तुलना शिवाजी महाराज से कर दी
इस बीच शनिवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में मानद डीलिट की उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में चांसलर के रूप में शामिल हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीधे तौर पर नितिन गडकरी और शरद पवार की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से की। इतना ही नहीं, राज्यपाल ने यहां तक कह दिया कि शिवाजी महाराज पुराने जमाने के रोल मॉडल थे। उनके इस बयान से एक नया विवाद खड़ा होने की उम्मीद है।
राज्यपाल ने अपने भाषण में उपस्थित छात्रों के रोल मॉडल के बारे में अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘जब हम स्कूल में पढ़ते थे, तो हमारे शिक्षक हमसे पूछते थे कि आपके पसंदीदा नेता कौन हैं? फिर जिन्हें सुभाष चंद्र बोस पसंद थे, जो नेहरू को पसंद करते थे, जो गांधी को पसंद करते थे, वे उन लोगों का नाम लेते थे। मुझे लगता है कि अगर कोई आपसे पूछे कि आपके पसंदीदा हीरो या आदर्श कौन हैं? इसलिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। ये आपको यहीं महाराष्ट्र में मिल जाएंगे। शिवाजी पुराने समय के आदर्श हैं। मैं एक नए युग की बात कर रहा हूं। डॉ. आंबेडकर से डॉ. नितिन गडकरी तक सभी यहां मिल जाएंगे।’
संभाजी ब्रिगेड ने राज्यपाल के बयान की निंदा की
इस बीच राज्यपाल के इस बयान की संभाजी ब्रिगेड ने निंदा की है। संभाजी ब्रिगेड के शिवानंद भानुसे ने कहा, ‘हम सार्वजनिक रूप से राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान की निंदा करते हैं। वे इस तरह के बयान देते रहते हैं। शिवाजी महाराज विश्व स्तर पर एक अनुकरणीय नेता थे। शिवाजी महाराज की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती।’