छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन का ट्वीट – यह लो, भूपेश बघेल 25 रुपये प्रति टन का साक्ष्य
रायपुर, 15 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमापी और आईएएस अफसर एवं दो कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश की सियासत गर्म है। भाजपा-कांग्रेस में जुबानी जंग चल रही है। इधर सोशल मीडिया में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कोयला में 25 रुपये प्रतिटन लिए जाने का दावा करते लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला है।
रमन सिंह ने ट्विटर पर लिखा – ‘बेल पर मुखिया अब बेलगाम हो गया। चंद पैसों के लिए भ्रष्ट अधिकारियों का गुलाम हो गया। यह लो भूपेश बघेल रु. 25 प्रति टन का साक्ष्य, आगे की काररवाई के लिए तैयारी कर लें। साथ ही अब माफी भी मांग लीजिए। सारे नाम सामने आएंगे, सारे भ्रष्टाचार उजागर होंगे। सच सामने आएगा, सब सामने आएगा।’
गौरतलब है कि डॉ. रमन सिंह ने रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था, ‘छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के नए आयाम तय किए हैं। हमने कभी कल्पना नहीं की थी कि 40 अधिकारियों के घरों में ईडी जाकर छापा मारेगा। मैं पहले बता चुका हूं। मैं सालभर से बोल रहा हूं। मैं बार-बार कहता हूं कि भूपेश बघेल कांग्रेस पार्टी-सोनिया गांधी का एटीएम है। मैं फिर दोहरा रहा हूं… भूपेश बघेल कांग्रेस-सोनिया गांधी का एटीएम है।’
रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में अवैध वसूली हो रही है। 25 रुपये प्रति टन कोयला के ऊपर से वसूली लगातार वर्षों से हो रही है। कई हजार करोड़ रुपये की वसूली और अवैध धंधा खुलेआम हो रहा है। कोरबा का होटल, पान ठेला, चाय दुकान वाला, वहां का चपरासी और कलेक्टर सब जानते हैं कि पैसा कौन लेता है और कहां जाता है।
रमन सिंह आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे : भूपेश
वहीं भूपेश बघेल ने कहा था कि डॉ. रमन सिंह आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी का एटीएम कहा है। कोयले में प्रति टन 25 रुपये लेने का आरोप लगाया है। वे इसे प्रमाणित करें, नहीं तो सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
उन्होंने कहा कि “भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह” ED के प्रवक्ता बने घूम रहे हैं। किस ‘जन-धन योजना’ से इतने गुना आपकी संपत्ति बढ़ गई। जवाब देने की हिम्मत दिखाइए…। केंद्र सरकार और भाजपा सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और रमन सिंह ईडी के प्रवक्ता बनकर घूम रहे हैं। उनको बताना चाहिए किसके घर में क्या मिला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नान घोटाला, पनामा पेपर, चिटफंड घोटाला, प्रियदर्शनी बैंक घोटाला पर हमला बोलते हुए ईडी द्वारा जांच नहीं किए जाने पर सवाल उठाया।