राष्ट्रपति चुनाव : एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने दाखिल किया नामांकन, पीएम मोदी बने प्रस्तावक, बीजेडी और वाईएसआर नेता भी पहुंचे
नई दिल्ली, 24 जून। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को मध्याह्न बाद नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन भरने के दौरान उनके साथ पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।
मुर्मू की ओर से चार सेटों में नामांकन दाखिल किया गया
द्रौपदी मुर्मू की ओर से चार सेटों में नामांकन दाखिल किया गया। पहले सेट में पीएम नरेंद्र मोदी खुद प्रस्ताव बने। इसके अलावा अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत भाजपा संसदीय दल के सदस्यों ने उनके नाम का अनुमोदन किया। नामांकन की प्रक्रिया के दौरान जेपी नड्डा, अमित शाह और केंद्र सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे। यही नहीं योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, हिमंता बिस्वा सरमा, पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपाशासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे।
During the nomination filing of NDA Presidential candidate Smt. Droupadi Murmu ji. https://t.co/qSp0s60Emj
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2022
महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद द्रौपदी मुर्मू नामांकन के लिए गईं। 1997 में भाजपा में शामिल हुईं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा विधानसभा की सदस्य रहीं हैं और नवीन पटनायक की सरकार में मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। यही नहीं वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं।
बीजेडी, वाईएसआर समेत कई दलों के नेता रहे मौजूद
द्रौपदी मुर्मू के नाम के एलान के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि यह बेहतर होता कि वह निर्विरोध ही चुन ली जातीं। द्रौपदी मुर्मू के नाम के एलान के बाद से अब तक नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने समर्थन का एलान किया है। इसके अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा भी अदिवासी महिला के नाम पर समर्थन कर सकती है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है।
इस मौके पर बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस के कई सांसद भी मौजूद थे। इससे माना जा रहा है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी किया। बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं की मौजूदगी से साफ है कि नामांकन के साथ ही जीत का दम भी एनडीए ने भरा है।
देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी द्रौपदी मुर्मू
संथाल जनजाति समुदाय से आने वालीं द्रौपदी मुर्मू को सादगी और संघर्ष की जिंदगी के लिए जाना जाता है। 2009 के बाद से अपने पति और दो बेटों समेत कई परिजनों को खोने वालीं द्रौपदी मुर्मू ने कठिन संघर्ष के बीच अपनी बेटियों की परवरिश की थी। ओडिशा के मयूरभंज जिले में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू यदि चुनाव में जीत हासिल करती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी। नामांकन दाखिल करने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई नेताओं से मुलाकात की।