बेंगलुरु, 22 जून। रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में मुंबई के स्टार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल शतक से चूक गए। क्वार्टर-फाइनल और सेमीफाइनल में बैक टू बैक तीन शतक ठोक चुके वामहस्त बल्लेबाज यशस्वी यहां एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में मध्य प्रदेश के खिलाफ खेले जा रहे खिताबी मैच के पहले दिन बुधवार को 78 रन बनाकर आउट हुए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक रिकॉर्ड 41 बार के चैंपियन मुंबई ने 90 ओवरों में पांच विकेट पर 248 रन बनाए थे।
यशस्वी ने कप्तान पृथ्वी शॉ के साथ पहले विकेट पर 87 रन जोड़े
पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ (47 रन, 79 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) व यशस्वी (78 रन, 163 गेंद, एक छक्का, सात चौके) के बीच पहले विकेट पर 87 रनों की अच्छी साझेदारी आ गई। हालांकि लंच के तनिक पहले पृथ्वी को अनुभव अग्रवाल (2-56) लौटा दिया।
मध्य प्रदेश के गेंदबाजों ने लंच के बाद कुछ हद तक वापसी की और एक भी अर्धशतकीय भागीदारी विकसित नहीं होने दी। इसी क्रम में अनुभव ने ही यशस्वी की पारी भी खत्म की। सारांश जैन ने भी 31 रन देकर दो विकेट लिए। स्टंप्स के वक्त सरफराज खान 40 और शम्स मुलानी 12 रन बनाकर क्रीज पर थे। उनके बीच छठे विकेट के लिए 20 रनों की साझेदारी हुई थी।
यशस्वी ने कहा – ‘मुझे दबाव में खेलना पसंद है’
इस बीच यशस्वी ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि उन्हें दबाव में खेलना पसंद है। ऐसा करने से उनके खेल में और निखार आ रहा है। उन्होंने कहा, ‘हां, मैं इसे लेकर थोड़ा दुखी हूं, लेकिन यह क्रिकेट है। आपको अच्छे और बुरे दोनों का अनुभव करना होता है। मैंने अब तक यही सीखा है। क्रिकेट में, चीजें उस तरह नहीं होतीं, जैसे आप चाहते हों। लेकिन मैं क्रिकेट और इंसान के रूप में खुद में सुधार के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा हूं।’