शिवगिरी तीर्थ यात्रा की 90वीं वर्षगांठ पर बोले पीएम मोदी – हमारा विजन भी वैश्विक होना चाहिए
नई दिल्ली, 26 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवगिरि तीर्थ यात्रा की 90वीं वर्षगांठ और ब्रह्म विद्यालयम् की स्वर्ण जयंती के संयुक्त समारोह का मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। उन्होंने वर्ष पर्यन्त चलने वाले संयुक्त समारोहों का लोगो भी लॉन्च किया।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ‘हमारा विजन भी वैश्विक होना चाहिए। आज से 25 साल बाद देश अपनी आजादी के 100 साल मनाएगा और दस साल बाद हम तीर्थदानम् के 100 सालों की यात्रा भी उत्सव मनाएंगे। इन सौ सालों की यात्रा में हमारी उपलब्धियां वैश्विक होनी चाहिए, और इसके लिए हमारा विज़न भी वैश्विक होना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि तीर्थदानम् की 90 सालों की यात्रा और ब्रह्म विद्यालयम् की गोल्डेन जुबली ये केवल एक संस्था की यात्रा नहीं है। ये भारत के उस विचार की भी अमर यात्रा है, जो अलग-अलग कालखंड में अलग-अलग माध्यमों के जरिए आगे बढ़ता रहता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘श्री नारायण गुरु ने आधुनिकता की बात की! लेकिन साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति और मूल्यों को समृद्ध भी किया। उन्होंने उन्होंने शिक्षा और विज्ञान की बात की! लेकिन साथ ही धर्म और आस्था की हमारी हजारों साल पुरानी परंपरा का गौरव बढ़ाने में कभी पीछे नहीं रहे।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने की लड़ाई तो थी ही, लेकिन इसके साथ ही एक आजाद देश के रूप में हम होंगे, कैसे होंगे, इसका विचार भी था क्योंकि हम किस चीज के खिलाफ हैं, केवल यही महत्वपूर्ण नहीं होता। हम किस सोच के, किस विचार के लिए एक साथ हैं, ये भी कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।’
उन्होंने कहा, ‘देश इस समय अपनी आजादी के 75 साल का अमृत महोत्सव मना रहा है। ऐसे समय में हमें ये भी याद रखना चाहिए कि हमारा स्वतन्त्रता संग्राम केवल विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक रणनीतियों तक ही सीमित नहीं था।’