यूपी चुनाव के तीसरे चरण में पूर्वाह्न 11 बजे तक 21.18 फीसदी वोटिंग, सैफई में अखिलेश-डिंपल ने डाला वोट
लखनऊ, 20 फरवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान रविवार को कड़ी सुरक्षा और कोविड नियमों की अवपालना के बीच जारी है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार पूर्वाह्न 11 बजे तक राज्य के 16 जिलों की 59 सीटों पर औसत 21.18 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। यह आंकड़ा मतदान के पहले दो घंटे के बाद पूर्वाह्न नौ बजे तक 8.15 फीसदी रहा।
ललितपुर में सबसे ज्यादा 25.80 फीसदी मतदान
तीसरे चरण के दौरान जिन 16 जिलों में मतदान हो रहा है, उनमें हाथरस, कांशीराम नगर (कासगंज), एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले शामिल हैं। इन जिलों के बीच शुरुआती चार घंटे में सबसे ज्यादा 25.80 फीसदी वोटिंग ललितपुर में दर्ज की गई।
शुरुआती 4 घंटे के बाद पूर्वाह्न 11 बजे तक मतदान का प्रतिशत
- हाथरस 22.67%
- फिरोजाबाद 24.32%
- कासगंज 22.54%
- एटा 24.30%
- मैनपुरी 24.46%
- फर्रुखाबाद 19.64%
- कन्नौज 22.00%
- इटावा 19.84%
- औरैया 18.53%
- कानपुर देहात 19.86%
- कानपुर नगर 16.79%
- जालौन 21.66%
- झांसी 19.11%
- ललितपुर 25.80%
- हमीरपुर 23.30%
- महोबा 23.50%
अखिलेश व डिंपल के साथ धर्मेंद्र व अंशुल यादव वोट डालने पहुंचे
इस बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी पत्नी एवं कन्नौज की पूर्व सांसद डिंपल यादव के साथ मतदान करने सैफई केंद्र पर पहुंचे। उनके साथ बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव एवं इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव वोट डालने पहुंचे।
कोई आतंकवादी हो, उसके ऊपर कड़ी से कड़ी काररवाई हो
वोट डालने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री पांच साल रहे। आप ने अपने मेडिकल कॉलेज को वो सुविधा क्यों नहीं दी, जो पीजीआई की हैं। ज़िम्मेदार कौन है? सैफई का जो विकास हुआ, वो एक दिन का नहीं है। बाबा मुख्यमंत्री को कोई काम करना नहीं है, कोई अच्छा काम देखना नहीं है। कोई आतंकवादी हो, उसके ऊपर कड़ी से कड़ी काररवाई हो।
पश्चिम में भाजपा की लहर चल रही है : बृजेश पाठक
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि पश्चिम में भाजपा की लहर चल रही है और उसके उम्मीदवार भारी बहुमत से आगे हैं। जिस तरह से विपक्ष ने राज्य में वंशवाद और तुष्टिकरण की नीति अपनाई, उससे लोग परेशान और भाजपा की सरकार में खुश हैं। सपा ने आतंकवादियों का साथ दिया, उसका परिणाम 10 मार्च को पता चलेगा।