पीएम मोदी ने पालम एयरपोर्ट पर सीडीएस जनरल रावत सहित सभी सैन्यकर्मियों को दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, 9 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार की रात पालम एयरपोर्ट जाकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी के अलावा वहां मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) भी अजित डोभाल भी वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
दिवंगत सैन्यकर्मियों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी
पीएम मोदी ने सभी सैन्यकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एयरपोर्ट पर मौजूद सैन्यकर्मियों के परिजन और परिवार वालों से भी मुलाकात की। इस दौरान सभी की आंखें नम थीं। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी को देखते ही वहां मौजूद सैन्यकर्मियों के परिजन फफक कर रो पड़े। सैन्यकर्मियों को रोता देख पीएम मोदी ने उन्हें ढांढस बंधाया।
रक्षा मंत्री राजनाथ ने जनरल रावत की दोनों बेटियों से मुलाकात की
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के परिवारों से मुलाकात की थी। एयरपोर्ट पर राजनाथ ने दिवंगत सीडीएस रावत की दोनों बेटियों – कृतिका और तरिणी से भी मुलाकात की।
गौरतलब है कि जनरल रावत का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। इस हादसे में उनकी पत्नी समेत 12 और लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
हादसे में मारे गए सभी लोगों के पार्थिव शरीर दिन में तमिलनाड़ु में वेलिंग्टन मिलिट्री हॉस्पिटल से मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाया गया। इसके बाद सुलूर स्थित भारतीय वायुसेना के बेस से C-130J विमान सभी पार्थिव शवों को लेकर अपराह्न चार बजे दिल्ली के लिए रवाना हुआ। यह विमान शाम लगभग 7.45 बजे राजधानी के पालम एयरपोर्ट पहुंचा।
जनरल रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा
जनरल रावत का पार्थिव शरीर 10 दिसंबर, शुक्रवार को उनके तीन, कामराज मार्ग स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। पूर्वाह्न 11 से 12.30 बजे तक गणमान्य और सामान्य नागरिक अंतिम दर्शन करेंगे जबकि दोपहर 12.30 से 13.30 बजे तक सैन्यकर्मी जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन करेंगे। उसके बाद पार्थिव शरीर बरार स्क्वायर श्मशानग्रह ले जाए जाएंगे, जहां जनरल रावत और उनकी पत्नी का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किय़ा जाएगा।
अब तक सिर्फ 3 शवों की ही पहचान की जा सकी है
इस बीच सेना ने कहा है कि अब तक केवल जनरल बिपिन रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर के शवों की ही पहचान की गई है। सम्बंधित परिवारों की इच्छा के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर निकट सम्बंधियों को सौंपे जाएंगे।
शवों को पहचानने की प्रक्रिया जारी है। पहचान की सभी औपचारिकताएं पूरी होने तक उन्हें सेना के बेस अस्पताल के शवगृह में रखा जाएगा। निकट परिजनों से विचार-विमर्श के बाद समुचित सैन्य सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की योजना बनाई जा रही है।